22 मार्च महाकाल आरती: हनुमान स्वरूप में प्रकट हुए बाबा महाकालेश्वर

उज्जैन (शिखर दर्शन) // चैत्र माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर शनिवार सुबह श्री महाकालेश्वर मंदिर के कपाट ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। भगवान महाकाल का सर्वप्रथम जलाभिषेक किया गया, जिसके बाद पंचामृत—दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से विशेष अभिषेक पूजन हुआ।
इस पावन अवसर पर बाबा महाकाल का भव्य श्रृंगार हनुमान स्वरूप में किया गया। उन्हें भांग-चंदन का लेप कर अलौकिक आभूषणों से सजाया गया। रजत शेषनाग मुकुट, रजत मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला और सुगंधित पुष्पों की विशेष माला से भगवान का अलंकरण किया गया। महाकाल को भस्म अर्पित कर विशेष भोग लगाया गया, जिसमें फल-मिष्ठान और ड्रायफ्रूट से बना नैवेद्य समर्पित किया गया।
सुबह हुई भस्म आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित किया। भक्तों ने नंदी महाराज के कान में अपनी मनोकामनाएं प्रकट कर आशीर्वाद मांगा। मंदिर प्रांगण “जय जय श्री महाकाल”, “हर हर महादेव” और “हर हर शंभू” के गगनभेदी जयकारों से गूंज उठा, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।