शादी में पैर पुजाई के दौरान विवाद : नारियल के लिए टूट पड़े दूल्हा-दुल्हन , हुआ मारपीट और तोड़फोड , फिर क्या हुआ ?
ग्वालियर ( शिखर दर्शन )// मध्य प्रदेश के एक जिले में शादी के दौरान एक अनोखी घटना सामने आई है जहां दूल्हा दुल्हन के पक्षों के बीच पैर पुजाई के दौरान नारियल की कमी से कहासुनी हो गई। इसके परिणामस्वरूप विवाद उभरा और बाद में यह मारपीट और तोड़फोड में बदल गया। बेहट थाना क्षेत्र में यह घटना हुई, जहां पुलिस ने हंगामे को शांत करने के लिए चार घंटे की कठिन प्रयास के बाद दोनों पक्षों को सुलहनामा कराया। इसके बाद दोनों पक्षों की शादी सम्पन्न हुई, घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए विवाद समाप्त किया गया।

ग्वालियर के बेहट थाना क्षेत्र के फूले गांव में रहने वाली नीलू माहौर की शादी बिजौली थाना क्षेत्र के राई गांव में रहने वाले प्रदीप माहौर के साथ तय हुई थी। बारात दरवाजे पर आई और शादी का कार्यक्रम शुरू हुआ। शादी के फेरों के बाद, जब पैर पुजाई की रस्म का समय आया, तो इसी दौरान वधु पक्ष के लोगों को पैर पुजाई में दिए जाने वाले नारियल वर पक्ष की तरफ से नहीं दिए गए। इस पर वधु पक्ष ने आपत्ति दर्ज की, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ।
इसके बाद वर पक्ष ने तत्काल नारियल मंगाया, लेकिन इससे विवाद और तेज़ हो गया। वधु पक्ष के लोगों ने वर पक्ष की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी, जिससे बहस और आरोप-प्रत्यारोप बढ़ गए। इस दौरान मारपीट और तोड़फोड़ शुरू हो गई, और साथ ही आसपास के सामान की भी तोड़फोड़ की गई।
पुलिस कराई सुलह:
जब सूचना पुलिस को मिली कि वहां दहेज मांगने का आरोप लगाया जा रहा है, तो पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने शादी के कार्यक्रम की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों के लोगों से बात की और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया। चार घंटे की कठिन प्रयास के बाद, पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच सुलह करवाई और शादी को संपन्न करने में सहायता की।
शादियों में विवाद सामान्य बात है, लेकिन पैर पुजाइ जैसी परंपराओं के माध्यम से नारियल को लेकर हुए विवाद ने विशेष रूप से ध्यान खींचा। यह घटना उस समय तक पहुंच गई जब शादी के अन्य आयोजनों में सामान्य रूप से विवाद होते हैं। धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं के प्रति आदर और समझ का महत्व इस मामले में स्पष्ट रूप से उजागर हुआ, जिससे पुलिस की सक्रियता से एक रिश्ता टूटने से बचा गया।