23 जून श्री महाकाल भस्म आरती श्रृंगार दर्शन
उज्जैन // ( शिखर दर्शन )// मध्य प्रदेश के जिला उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के कपाट सुबह 4:00 बजे खोले गए । सबसे पहले बाबा महाकाल का पवित्र गंगाजल से अभिषेक किया गया । इसके बाद दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन कर भस्म चढ़ाई गई ।
श्री महाकाल को भांग चंदन और त्रिपुंड अर्पित कर कलात्मक आभूषणों से अद्भुत और अलौकिक श्रंगार किया गया ।
बाबा महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत मुंड की माला और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित फूलों की माला धरण किया ।
श्री आशुतोष को उज्जैन नगरी की प्रसिद्ध मिठाईयां और विभिन्न प्रकार के फलों का भोग लगाया गया । ब्रह्म मुहूर्त के पहले से ही श्री महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उम्र पड़ी थी । महादेव के मंदिर में उपस्थित सभी भक्तों ने बाबा महाकाल की भस्म आरती श्रृंगार दर्शन कर आत्मिक आनंद प्राप्त किया ।
कई भक्त बाबा के अत्यधिक नजदीक रहने वाले नंदी महाराज का दर्शन कर उनके समीप जाकर उनके कान में अपने मन की बात भोलेनाथ तक पहुंचाने की विनती कर रहे थे । भस्म आरती के संपन्न होते तक श्री महाकालेश्वर मंदिर की दसों दिशाएं बाबा के जयकारे “जय जय श्री महाकाल”, “हर हर महादेव”, “हर हर शंभू”, “ॐ नमः शिवाय” से गुंजयमान हो रही थी ।