पुलिस वाले ने किया देह दान… समाज के सामने पेश किया मिशाल , मृत्यु के बाद उनके शरीर से इल्म हासिल करेंगे medical students !

जांजगीर //चांपा //(शिखर दर्शन)// छत्तीसगढ़ के जिला जांजगीर चांपा में पदस्थ एक पुलिस वाले ने अपने शरीर को मरणोपरांत दान कर दिया है । ताकि डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं उनके शरीर से ज्ञान हासिल कर सके ।

जी हां हम बात कर रहे हैं ऐसे इंसान की जो अपने शरीर को मरणोपरांत दान कर दिया है ।
जिला जांजगीर के प्रधान आरक्षक रेख राज ध्रुव ने आज के समाज की जरूरत को देखते हुए कुछ इस तरह इंसानियत की मिसाल पेश की है …पुलिस विभाग के प्रधान आरक्षक रेख राज ध्रुव ने यह मिसाल कायम की है ।उन्होंने मरणोपरांत देह दान की घोषणा की है ताकि उनके शरीर का प्रयोग कर चिकित्सा महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं उनके शरीर से पढ़ाई करके और कुछ सीख कर दूसरों की जान बचा सके । इसी सोच के साथ प्रधान आरक्षक ने अपना मरणोपरांत देहदान कर समाज के सामने एक मिसाइल पेश किया है । प्रधान आरक्षक का मानना है कि वैसे भी नश्वर शरीर मरणोपरांत पंचतत्व में विलीन हो जाता है । यदि देह दान करने के बाद भी यह शरीर किसी के काम आ जाए तो उससे बड़ा पुण्य का काम और कोई दूसरा नहीं हो सकता । इसी सोच के साथ प्रधान आरक्षक रेख राज ने अपना देह दान करते हुए समाज को एक संदेश दिया है ।

जानकारी हो कि प्रधान आरक्षक रेख राज ध्रुव की पत्नी ज्योति वैष्णव जो कि स्वयं एक एडवोकेट हैं और श्री सूर्य पुष्पा फाउंडेशन जांजगीर की अध्यक्ष एवम समाज सेवी हैं । प्रधान आरक्षक के द्वारा किए गए दान में उनकी पत्नी ज्योति का भरपूर सपोर्ट उनके साथ है ।