बिलासपुर संभाग

जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की ली बैठक , लापरवाह चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारियों का रोका गया वेतन , डेढ़ दर्जन सीएचओ पर गिरेगी बर्खास्तगी की गाज

बिलासपुर/( शिखर दर्शन)// कलेक्टर अवनीश शरण ने अस्पतालों की बुनियादी जरूरत और सेवाओं में सुधार के लिए मैराथन बैठक लेकर स्तिथि की समीक्षा की । उन्होंने कहा कि लोगों को बुनियादी चिकित्सा सुविधा प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च जिम्मेदारी है । अस्पतालों की बुनियादी ज़रूरतें प्राथमिकता के साथ पूरी की जा रही है ।लेकिन इससे ज्यादा चिकित्सकों और स्टाफ की मरीज के प्रति समर्पण और सेवा भावना होनी चाहिए उन्होंने कहा कि अच्छे काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी जहां पुरस्कृत किए जाएंगे वहीं लापरवाही बरतने वालों को दंडित भी किया जाएगा कलेक्टर ने नियमित रूप से ड्यूटी नहीं आने पर सीपत के चिकित्सा अधिकारी और सेक्टर सुपरवाइजर के वेतन रोकने के निर्देश भी दिए हैं । वहीं अपने कर्तव्य के प्रति गंभीर एवं निष्ठा पूर्वक काम करने वाले तखतपुर के ग्राम राजपुर के एएनएम और शहर के राजकिशोर नगर के चिकित्सा अधिकारी का सम्मान करते हुए अपने निवास पर चाय के लिए आमंत्रित किया है । और उन्हें गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित भी किया जाएगा ।           

कोटा ब्लॉक के सुदूर जंगलों में निवासरात बैगा बिरहोर सहित अन्य लोगों की सुविधा के लिए चार बाइक एंबुलेंस की स्वीकृति भी प्रदान की गई है । कलेक्टर अवनीश शरण में उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर पीएचसी , सीएचसी जिला अस्पताल तक एक एक संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं और जरूरत की विस्तृत जानकारी लेकर उन्हें जल्द मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं । मालूम हो कि डीएमएफ कि कल संपन्न बैठक में लगभग 7 करोड रुपए की राशि इन कामों के लिए स्वीकृत की गई थी । कलेक्टर ने सभी अस्पतालों की जरूरत का आकलन कर एक सप्ताह में प्रस्ताव स्वीकृति के लिए प्रस्तुत करने को कहा है ।

उन्होंने समीक्षा के दौरान नकारापन के लिए उप स्वास्थ्य केंद्रों के लगभग डेढ़ दर्जन सीएचओ को सेवा से हटाने के निर्देश भी दिए हैं । उनके सेवा काल में स्वास्थ्य सूचकांक बढ़ाने के बजाय कम हो गए हैं । संस्थागत प्रसव व टीकाकरण की संख्या भी काम हो गई है । उन्होंने सीएमएचओ से ऐसे निकम्मे को की लिस्ट सोमवार को शाम तक मंगाई है ताकि बर्खास्तगी का प्रस्ताव एनएचएम के राज्य कार्यालय को भेजा जा सके । उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टरों और नर्सों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही निवास करने को कहा है इससे आधे से अधिक समस्याएं तो ऐसे ही दूर हो जाएगी ।कलेक्टर ने कहा है कि अगले महीने से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने गांव का सघन दौरा किया जाएगा । इस दौरान मैं स्वयं स्वास्थ्य कर्मियों के मुख्यालय निवास का भौतिक सत्यापन करूंगा ।

कलेक्टर श्री शरण ने कहा कि बच्चों में कुपोषण की समस्या दूर करने के लिए बिल्हा ,तखतपुर और रतनपुर सामुदायिक अस्पतालों में पोषण पुनर्वास केंद्र खोले जाएंगे । उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी बीमारी के इलाज के लिए सिम्स अथवा जिला अस्पताल जाना नहीं पड़ेगा । और बड़े शासकीय अस्पताल रेफर और गंभीर मरीजों पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे । उन्होंने कहा कि हर एक व्यक्ति का प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनना चाहिए । हर परिवार को पांच लाख रूपए तक इलाज इसी से निशुल्क मिलता है । शहरी क्षेत्र में राशन दुकान और ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत को जोड़कर इसकी शतप्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित की जाए ।

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