राजधानी में अनिश्चितकालीन हड़ताल का नहीं दिखा असर , चल रही है सभी बसें….
रायपुर/( शिखर दर्शन// राज्य में बस चालकों की हड़ताल का आह्वान का असर कहीं भी नहीं दिखा । शहर की सभी सड़कों पर बस सेवा सामान्य रूप से संचालित होती हुई दिखी । राजधानी के अंतराज्जीय बस स्टैंड में भी सभी बसें सामान्य रूप से चल रही चल रही है । भाटागांव बस स्टैंड के तीनों गेट में पुलिस तैनात कर दी गई है । सड़कों में ई रिक्शा और ऑटो भी दौड़ रहे हैं ।

आपको जानकारी हो कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में बस चालक संगठन ने भारत सरकार द्वारा बनाए गए “हिट एंड रन कानून” के विरोध में आज से “स्टेरिंग छोड़ अनिश्चितकालीन हड़ताल” करने का ऐलान किया था । संगठन द्वारा किए गए हड़ताल के आह्वान का असर कुछ भी दिखाई नहीं दिया ।
पुलिस की समझाइए काम आई
स्थानी पुलिस ने कल सभी बस ड्राइवर , ट्रक ड्राइवर , रिक्शा ऑटो ड्राइवर , इत्यादि को बुलाकर “हिट एंड रन कानून” की व्याख्या सहित समझाइए दी थी । जिसका असर आज शहर में देखने को मिला पुलिस ने ड्राइवरों को समझाया था । कि अभी कानून के बहुत से पहलुओं पर विचार होना है । कृपया किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति में ना पड़े । सरकार जो भी कानून बनाएगी वह आम जनता की सुरक्षा को मध्यनजर रखकर ही बनाएगी । पुलिस ने ड्राइवरों से नए कानून का पालन करने और उस पर सूक्ष्मता से अध्ययन करके समझने की जरूरत पर जोर भी दिया था । इसी का असर है कि आज ड्राइवरों ने हड़ताल का मन नहीं बनाया ।

इधर टिकरापारा थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे ने बताया कि अभी शहर में स्थिति सामान्य है । कहीं भी बंद जैसी स्थिति अथवा बस का संचालन नहीं होने की स्थिति नहीं बनी है । बल्कि सभी बसें अपने निर्धारित समय पर संचालित हो रही है । और हर एक यात्री सामान्य रूप से यात्रा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि अभी तक यहां किसी भी संगठन का दबाव देखने को नहीं मिला है । सुबह से ही सभी बसें अपने निर्धारित समय पर चल रही हैं । अंतरराज्य बस टर्मिनल भाटागांव के तीनों गेट में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ।

यात्रियों का कहना है कि इस प्रकार बात-बात में हड़ताल करना गलत बात है । लोकतंत्र में अपनी बात रखने के और भी तरीके हैं । और यदि हड़ताल करने की बात किसी संगठन द्वारा की जाती है तो यह अपने आप को गलत साबित करने का सबूत स्वयं दे रहे हैं । और यात्रियों ने कहा कि सरकार यदि कानून में सुधार कर रही है तो कुछ सोच समझ करके ही कर रही है । वही बस ड्राइवरों का कहना है की रोजी-रोटी का सवाल है । जैसा हमारे मालिकों का आदेश होता है वैसा हम करते हैं । आज बस चलाने को कहा गया था । तो हम चला रहे हैं । तो वहीं ई रिक्शा और ऑटो वालों का कहना है कि हम सुबह से ही गाड़ियां चला रहे हैं बाकी दोनों की तुलना में आज कुछ यात्री सड़कों पर कम है ।