मुंबई से अयोध्या पैदल जाने को निकली शबनम….! ने भोपाल में जताई हमले की आशंका…. मन में है “मर्यादापुरषोत्तम” की जन्मस्थली में कदम रखने की उमंग के साथ दीवानगी

भोपाल/( शिखर दर्शन)// 21 वर्षीय शबनम शेख का हौंसला और धार्मिक आस्था को देखकर लोग हैरान है । वह मुंबई से पैदल अयोध्या श्री राम के दर्शन करने जा रही है ।इस दौरान उसमें अपने ऊपर हमले की आशंका जताई है ।उन्होंने कहा है कि भोपाल में मुझे बताया गया था कि यहां गड़बड़ी हो सकती है ।

मुस्लिम लड़की शबनम शेख ने कहा कि हमने रास्ते में लोगों का प्यार और डर दोनों देखा इस दौरान भोपाल में रात को हमें डर लग रहा था । भोपाल को लेकर मुझे कहा गया था यहां कुछ गड़बड़ी हो सकती है । यहां मुझे एक भी लेडिस कांस्टेबल नहीं दी गई पुलिस वालों ने मुझे सुरक्षा भी नहीं दी । एक थाने से दूसरे थाने पर सुरक्षा की जिम्मेदारी थोपी जा रही थी । रात को हमें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।
शबनम ने कहा कि मेरे साथ भोपाल में जो हुआ वह इससे पहले कभी नहीं हुआ मुझे कट्टर पंक्तियों से डर है । सनातन प्रेमियों से नहीं । फर्स्ट ईयर की छात्रा शबनम अपने दो साथी विनीत पांडे और रामराज शर्मा के साथ कदम से कम मिलते हुए मुंबई से अयोध्या पैदल ही जा रही है ।

अपनी यात्रा के दौरान शबनम ने यह भी कहा था कि श्रद्धा के लिए मन में विचार आना जरूरी है बचपन से मैं श्री राम को मानते आ रही हूं ।जहां तक मैंने अपने जीवन में दुनिया के तमाम ऐतिहासिक अध्ययन किए हैं। राम एक मर्यादा पुरुषोत्तम की उपाधि प्राप्त व्यक्तित्व है जो दुनिया में किसी और को नहीं मिल सकता दुनिया में मर्यादा पुरुष उत्तम का मर्तबा सिर्फ और सिर्फ श्री राम को ही प्राप्त है ।

शबनम ने कहा कि आज के युग में व्यक्ति को श्री राम के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए ।और श्री राम के जीवन और उनके चरित्र के हर एक पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए । और जब तक कोई व्यक्ति श्री राम के जीवन और चरित्र पर अध्ययन नहीं करेगा तब तक श्री राम को नहीं समझ पाएगा , और ना ही जान पाएगा जहां तक मेरा अपनी अंतरात्मा से श्री राम से जुड़ाव होने की वजह उनका जीवन चरित्र और उनकी राजनीतिक , सामाजिक , और न्यायिक सैद्धांतिक ,दृष्टिकोण से मैं अत्यधिक प्रभावित हुई हूं ।इसलिए मैं लोगों से यह अपील करती हूं कि श्री राम के रामचरितमानस का अनुवाद सहित अध्ययन करें और अपने जीवन में उसे आत्मसात करें यह किसी धर्म विशेष के लिए नहीं है ।
अंत में श्री राम की दीवानी शबनम ने कहा कि श्री राम दुनिया में पूरी कायनात के लिए आए थे ना कि किसी धर्म विशेष के लिए बस लोग इसे समझना नहीं चाहते इसी बात का अफसोस है ।