20 साल की उम्र में ही बना ली गैंग , डकैती सहित 15 से अधिक वारदातों को दिया अंजाम , गैंग में शामिल सभी नए लड़के , पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
रतलाम/( शिखर दर्शन )/मध्य प्रदेश के रतलाम शहर और जिले में हुई चोरी की वारदातों के आरोपियों को पकड़ने के प्रयास में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है । पुलिस ने एक गैंग के सरगना सहित चार आरोपियों को चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है । जबकि दो अभी फरार हैं ,पूछताछ में जब पुलिस को गैंग के सरगना एवं अन्य सदस्यों के आपराधिक रिकॉर्ड का पता चला तो पुलिस के भी होश उड़ गए । चौंकाने वाली बात यह है की गैंग का सरगना स्वयं 20 साल का एक युवक है । जो पिछले 4 साल में डकैती सहित 15 घटनाओं को अंजाम दे चुका है ।
जानकारी के मुताबिक एसपी राहुल लोढ़ा ने पूरे मामले का खुलासा किया है । एसपी ने बताया कि 8 दिसंबर बिलपांक थाना क्षेत्र के ग्राम धराड़ में सूने मकान का ताला तोड़कर अज्ञात बदमाश लाखों रुपए मूल्य के सोने चांदी के जेवर और नगदी रुपए चोरी कर ले गए थे । चोरी की इसी वारदात को ट्रेस करने के दौरान पुलिस को बड़ी गैंग तक पहुंचने में सफलता मिली है । आरोपियों से जिले में हुई कुछ अन्य चोरी की वारदातों सहित अन्य जिलों की चोरी की वारदातों का भी खुलासा हुआ है । धराड़ में हुई चोरी की वारदात के बाद एसपी राहुल लोढ़ा के निर्देशन में टीम का गठन किया गया था । पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश के लिए गांव चौराहा गली और दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाल रही थी।
इधर पुलिस टीम ने लगभग 60 स्थान के सीसीटीवी कैमरा को चेक किया । इसी दौरान एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में पुलिस को संदिग्ध कार से कुछ लोग मूवमेंट करते दिखाई दिए । सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे संदिग्ध की पहचान मानसा की बछड़ा गैंग के रूप में हुई । पुलिस ने मानसा पुलिस से सीसीटीवी फुटेज की पहचान कराई । पहचान पुख्ता होने पर बिलपांक पुलिस और साइबर सेल प्रभारी अमित शर्मा की टीमों के माध्यम से आरोपियों की तलाश शुरू की गई । और मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ।पुलिस जब आरोपियों को पकड़ने गई तब भी वह कही और नई जगह पर चोरी के इरादे से मूवमेंट कर रहे थे । पुलिस ने इन्हें घेराबंदी कर पकड़ा है । गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम दिलखुश, राजेश ,अजय और मनीष बताया जो मनासा नीमच के रहने वाले हैं । दो आरोपी फरार हैं पूछताछ में चारों आरोपियों ने 8 दिसंबर को धराड़ के सूने मकान में चोरी की वारदात करना कबूल किया । इस वारदात में मनीष और राकेश के भी शामिल होने की जानकारी दी । पुलिस इन दोनों की तलाश कर रही है । पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर चोरी किए गए आभूषण और नगदी 5 लाख 60 हजार रु भी जप्त किए हैं ।आरोपीगण कई वारदात में शामिल होने वा अंजाम देने की बात भी कबूली है । एसपी राहुल लोढ़ा ने बताया पूछताछ में आरोपियों ने जावरा सब डिवीजन के रिंगनोद थाना अंतर्गत मननखेडा में छह महीने पहले की एक चोरी की वारदात भी कबूली है । इसके अलावा रतलाम के स्टेशन रोड थाना अंतर्गत प्रताप नगर में 4 महीने पहले की एक की ढोढर में चोरी की वारदातें भी कबूल की हैं ।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने उज्जैन में भी चोरी की वारदात करना स्वीकार किया है । इस संबंध में उज्जैन पुलिस को भी अवगत कराया जा रहा है । अब चोरी के बारे में वह बातें जो आपको चौंका देगी, एसपी राहुल लोढ़ा ने बताया कि इस गैंग का सरगना 20 वर्षीय दिलखुश है । दिलखुश के खिलाफ पिछले 4 वर्षों में लगभग 15 अपराध दर्ज किया अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं । इनमें राजस्थान के कनेरा में दो डकैती के अपराध भी हैं । एसपी राहुल लोढ़ा का कहना है कि राजस्थान के कनेरा में आरोपी डकैती के साथ हत्या की वारदात को भी अंजाम दे चुका है । इसके अलावा आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म एवं पास्को एक्ट आर्म्स एक्ट एवं चोरी की वारदातों के अनेकों प्रकरण भी दर्ज हैं । अन्य गिरफ्तार आरोपी राजेश अजय और मनीष के खिलाफ भी अपराधी प्रकरण दर्ज है ।
उन्होंने बताया कि हाल ही में डकैती की योजना बनाते हुए कुछ लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था । वह भी इसी गैंग से जुड़े हुए हैं एसपी के अनुसार गैंग का सरगना दिलखुश है यह गैंग ट्रक और कर में मूवमेंट करता है । जब या चोरी की वारदात करने निकलते हैं तब सभी अपने मोबाइल बंद कर देते हैं । और वारदात कर घर लौटने के बाद ही मोबाइल चालू करते हैं । ताकि इनकी लोकेशन का पता ना चल सके और पुलिस इन्हें पकड़ ना पाए । एसपी के अनुसार पुलिस रिमांड लेकर आरोपियों से अभी और पूछताछ करेगी जिसमें और वारदातों के खुलासा होने की संभावना है ।