हिंदू त्योहारों पर आपत्तिजनक रील पर संतों की चेतावनी: कहा ____ बहन-बेटियां सिर्फ हिंदुओं को बांधें राखी, मंत्री विजयवर्गीय बोले – बेटियों पर विधर्मियों की बुरी नजर

धर्मांतरण के विदेशी फंडिंग पर भी उठे सवाल
इंदौर ( शिखर दर्शन ) // हिंदू त्योहारों पर आपत्तिजनक रील बनाकर सनातन धर्म को बदनाम करने वालों के खिलाफ साधु-संतों ने कड़ी चेतावनी दी है। महामंडलेश्वर संत रामदास महाराज ने कहा कि इस तरह की रील से हिंदू समाज आहत है और ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। उन्होंने हिंदू बहनों से अपील की कि राखी केवल हिंदू भाइयों को ही बांधें, किसी भी मौलवी या मुस्लिम युवक को राखी न बांधें, क्योंकि ऐसे मामलों में लव जिहाद की घटनाएं सामने आती हैं।
संत रामदास महाराज ने कहा कि पूजा की थाली में मदिरा की बोतल रखकर रील बनाने जैसे कृत्य पवित्र त्योहारों का अपमान हैं। यदि दोषियों को दंड नहीं मिलेगा, तो वे और भी उद्दंड हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेश से फंडिंग कर ऐसे लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि सनातन धर्म की छवि खराब की जा सके। केंद्र सरकार से उन्होंने ऐसे लोगों को चिन्हित कर सोशल मीडिया और बैंक खातों की निगरानी करने तथा कठोर कार्रवाई की मांग की।
महाराज ने यह भी कहा कि ईद पर जब भूमि रक्तरंजित होती है, तब इस तरह के बयान देने कोई सामने नहीं आता, लेकिन हिंदू त्योहारों पर सनातन विरोधी तत्व सक्रिय हो जाते हैं।
धर्मांतरण के लिए विदेशों से आ रहा फंड – कैलाश विजयवर्गीय
इधर, मध्यप्रदेश के केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी रक्षाबंधन कार्यक्रम में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू बेटियों पर विधर्मियों की बुरी नजर है और धर्मांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग हो रही है। हाल ही में इंदौर में धर्मांतरण का एक बड़ा गिरोह पकड़ा गया है, जिसे हिंदू लड़कियों से शादी करने के लिए लाखों रुपये दिए जा रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ऐसे गिरोहों पर शिकंजा कस रही है और बच्चों को अच्छे संस्कार देने की जरूरत है।
विजयवर्गीय ने कहा कि हम तो मुस्लिम बेटियों को भी देवी का रूप मानते हैं, लेकिन हिंदू बेटियों की सुरक्षा और सम्मान के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा।