लव जिहाद मामलों में पुलिस सख्त: डीजीपी ने धार्मिक आधार पर बालिकाओं के शोषण को रोकने के दिए कड़े निर्देश

स्कूल-कॉलेजों के आसपास बढ़ेगी पेट्रोलिंग, मजनूं टाइप युवकों पर होगी कड़ी कार्रवाई
भोपाल (शिखर दर्शन) // मध्यप्रदेश में लव जिहाद और नाबालिग बालिकाओं के शोषण के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। डीजीपी कैलाश मकवाणा ने सभी एडीजी/आईजी और जिला एसपी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश जारी करते हुए कहा कि धर्म के आधार पर बालिकाओं के शोषण को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने स्कूल और कॉलेजों के आसपास पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ मजनूं किस्म के युवकों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गर्ल्स होस्टल और वर्किंग वुमन हॉस्टल से समन्वय बनाए रखने के लिए बीट अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रारंभिक शिकायत को हल्के में न लिया जाए, बल्कि गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की जाए।
फंडिंग और लव जिहाद से जुड़े मामले पर भी कड़ी नजर
लव जिहाद से जुड़े मामलों में मुस्लिम युवकों को फंडिंग मिलने की आशंका पर भी डीजीपी ने चिंता जताई। इस संबंध में फरार पार्षद अनवर कादरी की गिरफ्तारी की समयसीमा सोमवार को समाप्त हो रही है, जिससे संबंधित एजेंसियों पर दबाव बढ़ गया है।
ड्रग माफियाओं के खिलाफ भी अभियान तेज करने के निर्देश
डीजीपी मकवाणा ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ भी सख्ती बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में ड्रग्स के हॉटस्पॉट की पहचान करें और वहां सुनियोजित तरीके से अभियान चलाकर ड्रग नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करें।
हत्या मामले का खुलासा: एएसआई का भाई निकला मुख्य आरोपी
समीक्षा बैठक में हालिया गोलीकांड का जिक्र करते हुए बताया गया कि एक एएसआई के भाई ने ही वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस मुख्यालय के निर्देशों से साफ है कि प्रदेश में बालिकाओं की सुरक्षा, लव जिहाद और नशा माफियाओं पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है।