धर्मांतरण और मानव तस्करी मामले में ननों के समर्थन पर गरमाई सियासत: बजरंग दल ने किया कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन, राहुल-सोनिया गांधी का जलाया पुतला

दुर्ग (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में दुर्ग जेल में बंद दो ननों को लेकर सियासत गरमा गई है। एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के नेता इन ननों के समर्थन में सामने आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बजरंग दल ने इस समर्थन का तीखा विरोध करते हुए आज जिले भर में जोरदार प्रदर्शन किया।
भिलाई के सुपेला चौक सहित दुर्ग जिले के 14 प्रमुख स्थानों पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी का पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ‘राहुल गांधी मुर्दाबाद’ और ‘सोनिया गांधी मुर्दाबाद’ के नारे लगाकर अपना आक्रोश जताया।
बजरंग दल का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी खुलेआम धर्मांतरण और मानव तस्करी में लिप्त लोगों का साथ दे रही है, जिससे देश की धार्मिक-सामाजिक संरचना पर खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल, 25 जुलाई से दुर्ग जेल में बंद दो ननों के समर्थन में इंडिया गठबंधन के सांसदों को विशेष रूप से छत्तीसगढ़ भेजा गया है। आज ही कांग्रेस के चार सांसदों और दो विधायकों ने जेल पहुंचकर ननों से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर बजरंग दल ने तीव्र आपत्ति जताते हुए इसे ‘धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली राजनीति’ करार दिया।
बजरंग दल नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी कीमत पर धर्मांतरण और मानव तस्करी के पक्ष में खड़ी किसी भी ताकत को बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे वह राजनीतिक दल ही क्यों न हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखती है तो राज्यभर में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि, कहीं से भी किसी हिंसक घटना की सूचना नहीं है, लेकिन माहौल बेहद तनावपूर्ण बना रहा।
बजरंग दल के इस आंदोलन से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में धर्मांतरण और धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे आने वाले समय में और अधिक केंद्र में आ सकते हैं।