ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमागरम बहस शुरू: रक्षामंत्री बोले- 22 मिनट में 100 से अधिक आतंकियों का किया सफाया, दबाव में नहीं रोकी कार्रवाई , पाक ने खुद लगाई कार्रवाई रोकने की गुहार , कहा….

पाकिस्तान ने फिर दुस्साहस किया तो दोबारा शुरू होगा ऑपरेशन सिंदूर
नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बहुप्रतीक्षित बहस का आगाज़ हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दोपहर 1:30 बजे चर्चा की शुरुआत की और ऑपरेशन की सफलता, रणनीति और उसके पीछे की मजबूती को विस्तार से संसद के सामने रखा। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन कायराना आतंकी हमले का करारा जवाब था, जिसमें हमारी सेना ने 22 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर 100 से अधिक आतंकियों, उनके प्रशिक्षकों और संचालकों को खत्म कर दिया।
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में भाषण की शुरुआत देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की। उन्होंने साफ कहा, “हमने ऑपरेशन किसी दबाव में नहीं रोका। हमारी सेना ने सभी टारगेट को पूरी तरह से खत्म किया। हमने आतंकियों की 13 नर्सरी नेस्तनाबूद की। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से संपर्क कर ऑपरेशन रोकने की अपील की, जिसके बाद हमने कार्रवाई रोकी। लेकिन अगर फिर हमला हुआ, तो ऑपरेशन सिंदूर दोबारा होगा और और भी कठोर होगा।”
रक्षामंत्री ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन से पहले हर पहलू पर बारीकी से विचार किया गया था। उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
आज की यह बहस दोपहर 12 बजे शुरू होनी थी, लेकिन विपक्ष के भारी हंगामे के चलते इसे स्थगित करना पड़ा। आखिरकार, 1:30 बजे राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत की। लोकसभा में इस मुद्दे पर 16 घंटे की मैराथन बहस प्रस्तावित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है।
इस अहम चर्चा के बीच एक बार फिर ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर विवाद गहरा गया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 30 जुलाई को दिल्ली हाईकोर्ट में होगी।
संसद का मानसून सत्र इस समय राजनीतिक और सुरक्षा दोनों ही दृष्टिकोणों से बेहद संवेदनशील मोड़ पर है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर हो रही यह विस्तृत बहस आने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे को दिशा देने वाली साबित हो सकती है।