खिलाड़ियों की ऐसी दुर्दशा की सिर शर्म से झुक जाए , बेटियों को दिल्ली से छत्तीसगढ़ तक बाथरुम के गलियारे में भेड़ बकरी की तरह क्यों करना पड़ा सफर… ? ठंड में हुआ बुरा हाल
गौरेला// पेंड्रा// मरवाही// खिलाड़ी अपने प्रदर्शन व योग्यता से देश व प्रदेश का नाम रोशन करते हैं । लेकिन अगर उनकी सही ढंग से खाने पीने और आने जाने तथा रहने की व्यवस्था न हो और उनकी स्थिति बद से बत्तर देखी जाए तो इससे बड़ी शर्म की बात हो ही नहीं सकती और निश्चित ही ऐसी किसी स्थिति में यदि खिलाड़ियों को देखा जाए तो देश के प्रत्येक नागरिक का सिर शर्म से झुक जाएगा । और यदि सरकार की तरफ से उन्हें इस कदर नजरअंदाज किया जा रहा हो तो कहीं ना कहीं उन खिलाड़ियों के साथ अन्याय होना प्रतीत होता है । ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें कड़ाके की ठंड में महिला खिलाड़ियों को दिल्ली से पेंड्रा रोड तक का सफर ट्रेन की दरवाजे और बाथरूम के बीच में करना पड़ा । यह नजारा संपर्क क्रांति ट्रेन का है जिसमें खिलाड़ी छात्राएं बाथरूम की गंदगी के बीज सफर कर रही थी और वह भी भेड़ बकरियों की तरह ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जिमनास्टिक प्रतियोगिता आयोजित थी जिसमे 14 से 17 वर्ष एवम 19 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाएं भाग लेने गई थी । दिल्ली से वापस छत्तीसगढ़ आने के लिए छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति में खिलाड़ी बालिकाओं को भेड़ बकरियों की तरह सफर करना पड़ा और वह भी बाथरुम और दरवाजे की गंदगी के बीच फर्श पर बैठकर यात्रा करना पड़ा । बताया जा रहा है की दिल्ली से पेंड्रारोड तक का सफर सारी खिलाड़ी दरवाजे पर बाथरूम के पास कड़ाके की ठंड में सफर करी है जो उनके लिए काफी कष्टदायक अनुभव रहा और व्यवस्थापक गण के लिए तो बेहद ही शर्मनाक था ।बालिकाओं के साथ ऐसा इसलिए हुआ क्युकी उनका ट्रैन में आरक्षण कन्फर्म नही हो पाया था बहरहाल शासन प्रशासन को भविष्य में ऐसी बेहूदी पुनर्विृत्ति ना हो इसके बारे में सोचना होगा ।