तेज बारिश से तबाही: घरों में घुसा गंदा पानी, खंभों में फैला करंट

बारिश में खुली निगम की पोल: चिमनीभट्ठा की गलियों में भरा सीवर और नाला, 30 घर जलमग्न, खंभों में दौड़ा करंट
कोरबा (शिखर दर्शन) // गुरुवार को कोरबा में हुई मानसून की पहली बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। वार्ड नंबर 12 चिमनीभट्ठा की गलियों में नालियों और सीवर की गंदगी के साथ बारिश का पानी इस कदर भर गया कि 25 से 30 घरों में पानी घुस गया। इसके चलते लोगों का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
स्थानीय निवासी बृजेश तिवारी ने बताया कि यह समस्या हर बरसात में सामने आती है, लेकिन नगर निगम और प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। बस्ती में जलभराव के कारण बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया है और रसोई तक ठप हो गई है।
प्रिया गोस्वामी ने बताया कि देर रात से उनके घर में नाले का गंदा पानी घुस गया है। घर में नाश्ता बनाना तो दूर, पीने का साफ पानी मिलना भी मुश्किल हो गया है। हालात इतने खराब हैं कि खंभों में करंट फैल गया है, जिससे जानमाल को खतरा बढ़ गया है।
गुड्डू जायसवाल ने बताया कि जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। यहां 25 से 30 घर जलमग्न हो गए हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ चुनाव के वक्त नजर आते हैं।
स्थानीय निवासी रोहन सिंह ने बताया कि उनके घर के सामने की सड़क पर इतना पानी भर गया है कि उनके घर में पानी घुसने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने नगर निगम से शीघ्र जल निकासी की व्यवस्था की मांग की है।
हालात बिगड़ते देख नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने जल निकासी की जल्द व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है, लेकिन लोगों का भरोसा अब आश्वासनों से उठ चुका है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल यही समस्या दोहराई जाती है, लेकिन न तो नालों की सफाई होती है और न ही समय रहते कोई कदम उठाए जाते हैं। यदि प्रशासन जल्द ठोस कदम नहीं उठाता है, तो स्थिति और भयावह हो सकती है।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि जल निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाए और बारिश पूर्व आवश्यक तैयारी सुनिश्चित की जाए ताकि उन्हें हर साल इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।