छत्तीसगढ़ में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, तीन जिलों में बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट

रायपुर (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन, पश्चिमी विक्षोभ और विभिन्न द्रोणिकाओं के प्रभाव के चलते राज्य के कई हिस्सों में आज गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना जताई गई है। वहीं कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ अंधड़ और वज्रपात की भी चेतावनी दी गई है।
मौसम वैज्ञानिक एच.पी. चंद्रा के अनुसार, वर्तमान में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इसके अतिरिक्त, पश्चिमी विक्षोभ 70 डिग्री पूर्व और 26 डिग्री उत्तर में स्थित है, जबकि पश्चिमी राजस्थान से लेकर तटीय तेलंगाना तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक एक द्रोणिका फैली हुई है। इसी प्रकार, उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश से लेकर बांग्लादेश तक 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक अन्य द्रोणिका भी सक्रिय है।
इन मौसमी प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश में अगले दो दिनों के भीतर तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है, जिससे गर्मी से आंशिक राहत मिल सकती है।
तीन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने प्रदेश के तीन जिलों—धमतरी, गरियाबंद और कांकेर—के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अगले तीन घंटों के भीतर इन जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है। विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और खुले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
राज्य में मौसम के इस बदलाव से जहां तापमान में गिरावट की उम्मीद है, वहीं वज्रपात और तेज हवाओं के चलते सतर्कता बरतना भी जरूरी है।