9 अप्रैल महाकाल भस्म आरती: भगवान महाकाल ने धारण किया गणेश रूप, शेषनाग मुकुट और रुद्राक्ष माला से हुआ दिव्य श्रृंगार

विशेष संवाददाता छमू गुरु की रिपोर्ट:
उज्जैन (शिखर दर्शन) //
चैत्र शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर बुधवार सुबह उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में भव्य भस्म आरती का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ। तड़के 4 बजे जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
भगवान महाकाल का सबसे पहले जल से पवित्र अभिषेक किया गया, इसके बाद पारंपरिक रूप से दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से उनका पूजन-अभिषेक हुआ। इसके पश्चात बाबा को चंदन लेपित कर भस्म अर्पित की गई। इस विशेष अवसर पर भगवान महाकाल का दिव्य श्रृंगार गणेश स्वरूप में किया गया।
श्रृंगार में शेषनाग का रजत मुकुट, रुद्राक्ष की माला और गुलाब के फूलों की सुगंधित माला धारण कर भगवान ने भक्तों को अलौकिक दर्शन दिए। भोग स्वरूप बाबा को ताजे फल और मिष्ठान अर्पित किए गए।
आरती में शामिल सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के भस्म रूप के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। मंदिर परिसर “जय जय श्री महाकाल”, “हर हर महादेव” और “हर हर शंभू” के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने नंदी महाराज के कान में अपनी मनोकामनाएं फूंकी और उनकी पूर्ति की प्रार्थना की।
ऐसा अद्भुत और दिव्य दृश्य देखकर हर भक्त की आत्मा आनंदित हो उठी। घर बैठे भी भक्त मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट और लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से दर्शन कर सकें, इसके लिए प्रबंध किया गया था।