पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट, 10 लोगों की मौत, कई घायल

बनासकांठा (शिखर दर्शन) // गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लगने और सिलसिलेवार विस्फोट होने से 17 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय फैक्ट्री में 20 से अधिक लोग मौजूद थे।
बनासकांठा कलेक्टर मिहिर पटेल ने जानकारी देते हुए बताया, “हमें सुबह डीसा के औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़े विस्फोट की सूचना मिली। दमकल विभाग ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि फैक्ट्री के कुछ हिस्से ढह गए। घटनास्थल पर ही 17 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
गैरकानूनी रूप से संचालित हो रही थी फैक्ट्री
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जहां यह विस्फोट हुआ, वह स्थान केवल एक गोदाम के रूप में पंजीकृत था, लेकिन वहां अवैध रूप से पटाखा निर्माण कार्य किया जा रहा था। एबीपी अस्मिता की रिपोर्ट के अनुसार, इस गोदाम में भंडारण की अनुमति थी, लेकिन यहां उत्पादन भी चल रहा था। दावा किया जा रहा है कि गोदाम में रखे बॉयलर में विस्फोट होने से यह भयावह हादसा हुआ।
मालिक फरार, जांच के आदेश
हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस और दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पर मौजूद है और राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि कुछ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
इस तरह हुआ हादसा
हादसे के चश्मदीदों के मुताबिक, आग लगने के तुरंत बाद एक के बाद एक कई धमाके हुए, जिससे पूरी फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गई। आसपास के इलाकों में भी धमाकों की गूंज सुनाई दी। विस्फोट इतना भीषण था कि फैक्ट्री की छत और दीवारें पूरी तरह ढह गईं।
प्रशासन का बयान
स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। डीसा जीआईडीसी अग्निकांड को लेकर विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि फैक्ट्री को पटाखा निर्माण की अनुमति मिली थी या नहीं।
बचाव कार्य जारी
दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त रूप से राहत कार्य तेज कर दिया है। बचाव दल फैक्ट्री के मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहा है। घायलों का इलाज पास के अस्पताल में चल रहा है।