भारत में अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात अनुपातिक तौर पर अत्यधिक कम
नई दिल्ली/विमानन क्षेत्र की सलाहकार कंपनी टोपी ए इंडिया के प्रमुख कॉपी कौल का कहना है कि घरेलू हवाई यातायात के लिहाज से भारत भले ही दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है , लेकिन अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात यहां काफी कम है ।उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात में वृद्धि के लिए नियामक सुधारों की वकालत की है ।कौल ने कहा है कि यदि सुधार नहीं किए गए तो अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात की क्षमता में कमी आ सकती है, जेआरडी टाटा मेमोरियल ट्रस्ट के एक कार्यक्रम में कौल ने कहा कि घरेलू हवाई यातायात में हम तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय यातायात के मामले में हम आठवें नंबर पर हैं भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू बाजार होने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात में हम सिर्फ 20 घरेलू बाजारों में सबसे कम है उन्होंने कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति सीटों की खपत 0.13 है जबकि ऑस्ट्रेलिया में यह 3.11 तक पहुंच गई है जो की एक गंभीर चिंता का विषय है और हमे इसपे ध्यान देने की जरूरत है ।