अयोध्या के होटल कार्यबारियों को सता रहा नया भय
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर होटल व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों की लॉटरी निकल पड़ी है उन्होंने कमरों का किराया काफी बढ़ा दिया है। आगामी 21 एवं 22 जनवरी के लिए किसी होटल में कमरा मिलने की संभावना कम होती जा रही है। होटल व्यवसाईयों को एक नया डर सता रहा है आगंतुकों की संख्या बढ़ने पर अगर प्रशासन ने इन दो तिथियां पर अधिकांश होटलों के कमरे अधिग्रहित कर लिया तो होटल व्यापारियों के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी उन्हें बुकिंग की राशि वापस करनी पड़ सकती है । प्राण प्रतिष्ठा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां एवं शासन प्रशासन के अधिकारी भी रामनगरी में होंगे ।यह सभी महोत्सव से पहले यहां पहुंच जाएंगे जो महोत्सव के कुछ दिन बाद तक यहां रहेंगे ऐसे में उनके लिए भी आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी होगी । होटल में बड़ी संख्या में भारी लोगों का ठहरना सुरक्षा की दृष्टि से भी संवेदनशील विषय है क्योंकि इतनी संख्या में भारी लोगों का सत्यापन कर पाना भी पुलिस के लिए चुनौती पूर्ण होगा इन्हीं तमाम आशंकाओं के बीच आगामी 21 व 22 जनवरी को होटल में बुकिंग निरस्त किए जाने की चर्चा प्रशासनिक गलियारों में तेज हो गई है फिलहाल इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। राम मंदिर ट्रस्ट पहले ही अपील कर चुका है की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रोटोकॉल धारक अयोध्या ना आए आयोजन की व्यवस्था के बीच ट्रस्ट उन्हें उचित सेवा नहीं दे पाएगा विश्व भर के राम भक्तों से भी ट्रस्ट आग्रह कर चुका है की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे के मध्य अपने गांव मोहल्ला एवं कॉलोनी में स्थित मंदिरों पर एकत्र होकर भजन कीर्तन करें टेलीविजन एवं एलईडी स्क्रीन लगाकर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समाज को दिखाएं एवं प्रसाद इत्यादि वितरित करें।