“नहाय खाय” की रस्म कर छठ व्रतियो ने “गंगा महाआरती” के साथ किया दीप दान, रेलवे क्षेत्र में छठ पूजा समिति का आयोजन !
बिलासपुर//(शिखरदर्शन)// सूर्य की उपासना के साथ छठीमईया को प्रसन्न करने उपासकों ने कल नहाए खाए की रस्म की थी और आज खरना किया है ,रेलवे क्षेत्र मरिमाई मंदिर प्रांगण में स्थित तालाब में छठ पूजा का भव्य आयोजन “छठ पूजा आयोजन समिति” द्वारा प्रति वर्ष किया जाता है जिसके तत्वाधान में आज मरिमाई मंदिर प्रांगण छठघाट में गंगा आरती की रस्म पुरी कर दीपदान किया गया । ज्ञात हो कि छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान के द्वारा पूरा किया जाता है ।जिसमे की दिनभर सूर्य के उपासक एवं छठव्रती नदी व तालाबों पर स्नान कर सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हैं , फिर अरवा चावल, चने की दाल व कद्दू की सब्जी का प्रसाद ग्रहण किया जाता है।आज शाम को “छठ पूजा समिति” की ओर से रेलवे कॉलोनी मरिमाई मंदिर प्रांगण में स्थित तालाब में भव्य आयोजन किया गया जिसमें कि आज महाआरती कर दीपदान किया गया ।जैसा कि छठ पूजा की परंपरा है की उपासक दिनभर उपवास के पश्चात शाम को खरना करेंगे और शाम को सूर्यास्त के बाद भगवान सूर्य की पूजा के बाद सिर्फ एक बार दूध और गुड़ से बने खीर का प्रसाद ग्रहण करेंगे इसके बाद उनका छत्तीस घंटे का निर्जला व्रत शुरू होगा तथा रविवार शाम अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्ध देंगे फिर चौथे दिन सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठपर्व संपन्न हो जाएगा । उगते सूर्य को अर्ध देने के बाद प्रसाद का वितरण किया जाएगा तथा अन्य जल ग्रहण कर चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन होगा। आज छठ पूजा समिति की ओर से बनाए गए छठ घाट पर महाआरती का आयोजन आज किया गया । आयोजन समिति के द्वारा कार्यक्रम के अंत में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया । छठ पर्व कुल चार दिनों का होता है जिसकी शुरुआत नहाए खाए से होती है इस दिन सेंधा नमक घी से बने हुए अरवा चावल कद्दू की सब्जी चना दाल को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है इसके बाद उपवास की शुरुआत होती है , इसके साथ अन्य जल त्याग कर अगले दिन शाम को गन्ने के रस गुड़ और चावल से खीर तैयार करते हैं उसे ही “खरना” कहा जाता है इसे पूरी शुद्धता के साथ तैयार किया जाता है जिसे उपासक और उसके परिवार के अन्य सदस्य नियम का पालन करते हुए ग्रहण करते हैं, तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य देव को जल एवं दूध का अर्ध दिया जाता है इसी तरह चौथे दिन उगते हुए सूर्य देव को अर्ध दिया जाता है । कार्यक्रम में क्षेत्र के विधायक सियाराम कौशिक मुख्य अतिथि के तौर पर मंच पर उपस्थित थे । उनके साथ शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर राजकुमार क्षेत्रपाल, श्री प्रवीण झा एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी एवं समाजसेवी श्री नवीन सिंह आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री रवि पासवान जी के अलावा बड़ी संख्या में बच्चे वा महिलाओं के साथ गणमान्य उपस्थित थे ।