महाकुंभ स्नान के लिए उमड़ी भीड़ , सतना रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था , सुरक्षा दावों की खुली पोल

सतना (शिखर दर्शन) // महाकुंभ स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है, लेकिन यात्रा की व्यवस्थाएं चरमराती नजर आ रही हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए भगदड़ हादसे के बावजूद सतना रेलवे प्रशासन लापरवाह बना हुआ है। शनिवार-रविवार की रात सतना रेलवे स्टेशन पर करीब 50 हजार यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे प्लेटफार्म से लेकर पटरियों तक अफरा-तफरी का माहौल दिखा। यात्रियों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है, जबकि रेलवे प्रशासन के दावे पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं।
भारी भीड़ के बीच सुरक्षा व्यवस्था नाकाम
महाकुंभ की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए RPF, GRP, रिजर्व बल, सिविल पुलिस और रेल सुरक्षा समिति के सदस्यों को तैनात किया गया था, लेकिन जब यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ गई, तो सुरक्षा इंतजाम नाकाफी साबित हुए। छुट्टी का दिन होने के कारण प्लेटफार्म पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई।
मेला स्पेशल ट्रेन भी नाकाफी, भगदड़ की स्थिति बनी
महाकुंभ के लिए चलाई जा रही मेला स्पेशल ट्रेनें यात्रियों की संख्या के मुकाबले काफी कम हैं। ट्रेन में बैठने की होड़ के कारण हल्की भगदड़ की स्थिति भी बनी, हालांकि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ हादसे में 18 लोगों की मौत के बाद भी रेलवे प्रशासन ने अतिरिक्त इंतजाम नहीं किए, जिससे सतना से प्रयागराज जाने वाले यात्री जोखिम उठाने को मजबूर हैं।
यात्रियों का कहना है कि अगर सतना रेलवे प्रशासन ने सही प्रबंधन नहीं किया, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन की निष्क्रियता पर यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है।