CM ने बलरामपुर-रामानुजगंज को दी 177 करोड़ की सौगात, बलरामपुर कॉलेज में बनेगा ऑडिटोरियम; विष्णुदेव साय बोले – छत्तीसगढ़ है वो राज्य, जहां भांजे को भगवान का स्वरूप माना जाता है

मुख्यमंत्री ने बलरामपुर-रामानुजगंज को दी 177 करोड़ की सौगात, तातापानी महोत्सव का भव्य शुभारंभ

बलरामपुर (शिखर दर्शन) // मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में आयोजित तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों को 177 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी। इसमें 198 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन शामिल है। उन्होंने बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम के निर्माण की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रभु श्रीराम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हैं। हमारा राज्य देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान का स्वरूप मानकर पूजा जाता है। राज्य सरकार की ‘श्रीरामलला दर्शन योजना’ के तहत अब तक 20,000 से अधिक लोग अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं।”
तातापानी को बनाया जाएगा प्रमुख पर्यटन स्थल
मुख्यमंत्री ने बताया कि तातापानी जैसे स्थानों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, “पिछले साल हमने तातापानी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। आज यह पावन स्थल विकास की नई तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा और बस्तर जैसे जिलों में भी कई दर्शनीय स्थल हैं, जिन्हें विकसित किया जा रहा है।
विकास कार्यों की सौगात
तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री ने 134 करोड़ रुपये की लागत से 140 विकास कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें नालंदा परिसर का निर्माण भी शामिल है, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को लाभ मिलेगा।
सामाजिक योजनाओं की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना’ के अंतर्गत महोत्सव में 300 कन्याओं का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय गृहस्थ जीवन की कामना की। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्रहण दर को 4,000 रुपये से बढ़ाकर 5,500 रुपये प्रति बोरा करने और धान के लिए किसानों को 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान करने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री आवास योजना में नया बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत अब आय सीमा को बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया है। साथ ही, ढाई एकड़ सिंचित भूमि या पांच एकड़ असिंचित भूमि वाले लोग भी पात्र होंगे। लाभार्थी अब मोबाइल ऐप के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

परंपरा और आधुनिकता का संगम
तातापानी महोत्सव में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों, पतंगबाजी, पैरासेलिंग, किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन समाज में एकता और सौहार्द का संदेश देता है।
महोत्सव में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, सामरी विधायक उद्देश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक शंकुतला पोर्ते, सरगुजा विधायक राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।