पार्षद विवाद: नाबालिग को नग्न करने का मामला मोदी-नड्डा तक पहुंचा, पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार, 10 पर पॉक्सो एक्ट के तहत FIR

इंदौर (शिखर दर्शन) // शहर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 और 2 के पार्षदों के बीच विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है, जिसकी गूंज मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक पहुंच चुकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने मामले का संज्ञान लेते हुए घटना की जानकारी ली है।
पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 10 लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
विवाद की शुरुआत पार्षद कमलेश कालरा और पार्षद जीतू यादव के बीच हुई। आरोप है कि कमलेश ने नगर निगम कर्मचारियों को फोन पर अपशब्द कहे थे, जिसमें जीतू का नाम भी जोड़ा गया। इसके बाद, जीतू यादव के समर्थकों ने कमलेश के घर पर हमला कर दिया। इस दौरान कमलेश के नाबालिग बेटे को नग्न कर उसका वीडियो बनाया गया, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया, और पुलिस ने जांच तेज कर दी। अब तक 10 आरोपियों को नामजद किया गया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही वीडियो बनाने और घर में घुसने वाले सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस एडिशनल कमिश्नर अमित सिंह के अनुसार, घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
भाजपा नेतृत्व की सख्ती
इस मामले ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भी हिला दिया है। जीतू यादव की एक ऑडियो क्लिप राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक पहुंची है, जिसमें जीतू संगठन को चूल्हे में जाने की बात कहते हुए सुने गए हैं। इस ऑडियो ने पार्टी के भीतर खलबली मचा दी है।
अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। संगठन के भीतर इस विवाद से भाजपा की छवि पर गहरा असर पड़ा है, और केंद्रीय नेतृत्व से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।