राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह के शव को कंधा दिया, अंतिम यात्रा में बेटे की तरह रहे साथ।

अंतिम संस्कार में उमड़ी भारी भीड़
नई दिल्ली (शिखर दर्शन) //: पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बोध घाट पर किया गया, जहां सैकड़ों लोग अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मौजूद थे। उनका पार्थिव शरीर पहले कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस जनसैलाब में उनके समर्थक और कांग्रेस कार्यकर्ता अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
राहुल गांधी का भावुक साथ
अंतिम यात्रा के दौरान राहुल गांधी, जो मनमोहन सिंह के साथ बेटे की तरह खड़े थे, पूरी यात्रा में उनके साथ थे। राहुल ने मनमोहन सिंह को अपना मार्गदर्शक बताया था और उनके निधन को जैसे अपने परिवार के एक बड़े सदस्य का जाना माना। मनमोहन सिंह कांग्रेस और गांधी परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण शख्सियत थे, जिन पर सोनिया गांधी को गहरी श्रद्धा और विश्वास था।
निगम बोध घाट की यात्रा
निगम बोध घाट की ओर जाते हुए मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल थे। कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी अंतिम यात्रा में दिखाई दिए। आर्मी ट्रक में रखा गया मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर यात्रा के दौरान पूरे समय देखा गया, और राहुल गांधी इसी ट्रक पर बैठे रहे, जहां वह श्रद्धा के साथ उन्हें निहारते रहे।
मनमोहन सिंह के परिवार का साथ
अंतिम यात्रा के दौरान, राहुल गांधी के साथ-साथ मनमोहन सिंह का पूरा परिवार भी आर्मी ट्रक पर मौजूद था। आर्मी ट्रक के दोनों ओर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी, और पुलिस तथा सुरक्षाबल के जवान यात्रा के साथ चल रहे थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रक के पीछे-पीछे चल रहे थे, और नारे लगा रहे थे।
मुखाग्नि देने के दौरान शोक की लहर
मनमोहन सिंह को मुखाग्नि देने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी उपस्थित थे। सभी नेताओं की आंखों में आंसू थे, और पूरे देश ने उन्हें अंतिम बार श्रद्धांजलि अर्पित की।
अनंत यात्रा पर निकले मनमोहन सिंह
अब मनमोहन सिंह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी। राहुल गांधी और उनके परिवार के साथ आर्मी ट्रक पर यात्रा करते हुए उन्होंने न केवल अपने राजनीतिक करियर बल्कि व्यक्तिगत संबंधों की एक नई मिसाल भी पेश की। उनके निधन ने एक युग का समापन किया है, और अब वह अनंत यात्रा पर निकल चुके हैं।
मनमोहन सिंह का योगदान और विरासत
मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति में अनमोल रहेगा। उनका शांतिपूर्ण नेतृत्व और नीतिगत दूरदृष्टि हमेशा कांग्रस और देश की यादों में जिंदा रहेगी।