पीएम मोदी को कुवैत में मिला गार्ड ऑफ ऑनर, भारतीय कामगारों के साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया
प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक कुवैत यात्रा: रिश्तों को मजबूत करने और वैश्विक विकास की दिशा में एक कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत के बायन पैलेस में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस समारोह में कुवैत के अमीर, शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा भी उपस्थित थे।
यात्रा के प्रमुख पल:
प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने भारतीय कामगारों के साथ बैठकर खाना भी खाया, जिससे भारतीय प्रवासी समुदाय और भारत के बीच रिश्ते और मजबूत हुए।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत के वैश्विक मंच पर अद्वितीय विकास को रेखांकित करते हुए कहा, “आज भारत एक नए मिजाज के साथ आगे बढ़ रहा है। यह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है, इसका फिनटेक इको-सिस्टम दुनिया में सबसे बेहतरीन है, और यह तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको-सिस्टम भी है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है। भविष्य का भारत दुनिया के विकास का हब बनेगा, यह दुनिया का ग्रोथ इंजन होगा।”
सहयोग के अवसर:
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत के स्टार्टअप, फिनटेक, हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटीज, और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में कुवैत की हर आवश्यकता को पूरा करने की क्षमता है। इसके साथ ही भारत के कौशलयुक्त युवा कुवैत के भविष्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। “भारत अब दुनिया की स्किल कैपिटल बनने की दिशा में है और इसकी क्षमता है कि वह वैश्विक कौशल की मांग को पूरा कर सके,” उन्होंने कहा।
द्विपक्षीय वार्ता का विवरण:
विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के नेताओं के बीच वार्ता का ब्यौरा भी साझा किया। पीएम मोदी को कुवैत के प्रधानमंत्री, एचएच शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा ने बायन पैलेस में गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान कुवैत के अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री के साथ व्यापक बातचीत हुई, जो दोनों देशों के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में थी।
प्रधानमंत्री मोदी और शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के बीच बैठक:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के साथ भी महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग और भविष्य की दिशा पर विचार-विमर्श किया।
यह यात्रा भारत और कुवैत के रिश्तों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगी, जो भविष्य में दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसरों को उत्पन्न करेगी।