पुलिस ने नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम की: 1 लाख के इनामी सहित 13 नक्सलियों को गिरफ्तार, विस्फोटक सामग्री बरामद
सुकमा ( शिखर दर्शन ) // जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत, सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। 13 दिसंबर को थाना चिन्तलनार क्षेत्र में एक संयुक्त ऑपरेशन में सीआरपीएफ और जिला बल की टीमों ने 13 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक 1 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल था।
इस अभियान में 223 वाहिनी सीआरपीएफ, 74 वाहिनी सीआरपीएफ और जिला बल की टीमों ने मिलकर एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन चलाया। सुरक्षा बलों को जंगल में संदिग्ध व्यक्तियों के घुसने की सूचना मिली, जो आईईडी लगाने की योजना बना रहे थे। मुकरम नाला जंगल के पास इन संदिग्ध व्यक्तियों ने सुरक्षा बलों को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें घेरकर पकड़ा गया। पकड़े गए नक्सलियों में माड़वी भीमा (आरपीसी पंच कमेटी अध्यक्ष), मड़कम बाजीराव (जगरगुण्डा एरिया एलओएस सदस्य, 1 लाख के इनामी), माड़वी हुंगा, सोड़ी लखमा, मड़कम लच्छु और सोड़ी गंगा शामिल थे।
इनसे पूछताछ में पता चला कि इनका उद्देश्य सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आने-जाने वाले मार्गों पर आईईडी लगाने का था। उनके पास से विस्फोटक सामग्री, जैसे जिलेटिन रॉड, डेटोनेटर, स्पाइक होल, टिफिन बम, सिरिंज, पेंसिल सेल और पाइप बम बरामद हुए। इसके बाद, इन नक्सलियों के खिलाफ थाना चिन्तलनार में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
इसके अलावा, तिम्मापुरम के पास एक और अभियान चलाया गया, जिसमें 7 संदिग्धों को पकड़ा गया। इनमें सोड़ी देवा, सोड़ी मनीष, मड़कम सोनू, सोड़ी भीमा, हेमला जोगा, मड़कम नंगा और सोड़ी भीमा शामिल थे, जो पहले भी विभिन्न अपराधों में शामिल रहे थे। इन सभी ने भी घटना में शामिल होने की बात कबूल की है। गिरफ्तार किए गए सभी नक्सलियों को 14 दिसंबर को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इस पूरे ऑपरेशन में 223 और 74 वाहिनी सीआरपीएफ, साथ ही जिला बल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह गिरफ्तारी नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की सख्ती को दर्शाती है, और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुरक्षा बलों की सफलता
सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 13 दिसंबर को सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की। थाना चिन्तलनार क्षेत्र में 223 वाहिनी सीआरपीएफ, 74 वाहिनी सीआरपीएफ और जिला बल की संयुक्त टीम ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया, जिसके दौरान 13 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें एक 1 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल था।
नक्सलियों की योजना
यह नक्सली सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए आने-जाने वाले मार्गों पर आईईडी लगाने की योजना बना रहे थे। मुकरम नाला जंगल के पास संदिग्ध व्यक्तियों को देखकर वे भागने लगे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया। पूछताछ में पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान माड़वी भीमा (आरपीसी पंच कमेटी अध्यक्ष), मड़कम बाजीराव (जगरगुण्डा एरिया एलओएस सदस्य, 1 लाख का इनामी), माड़वी हुंगा, सोड़ी लखमा, मड़कम लच्छु और सोड़ी गंगा के रूप में हुई। इनके पास विस्फोटक सामग्री जैसे जिलेटिन रॉड, डेटोनेटर, स्पाइक होल, टिफिन बम, सिरिंज, पेंसिल सेल और पाइप बम बरामद हुए।
कानूनी कार्रवाई
इन नक्सलियों के खिलाफ थाना चिन्तलनार में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दूसरी गिरफ्तारी
इसी दिन, तिम्मापुरम क्षेत्र में भी एक और अभियान चलाया गया। पुलनपाड़ से तिम्मापुरम की ओर जाते हुए सुरक्षा बलों ने 7 संदिग्ध नक्सलियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए लोगों में सोड़ी देवा, सोड़ी मनीष, मड़कम सोनू, सोड़ी भीमा, हेमला जोगा, मड़कम नंगा और सोड़ी भीमा शामिल थे। इन लोगों के खिलाफ पहले से ही कई अपराधों के मामले दर्ज हैं।
सुरक्षा बलों की भूमिका
इस ऑपरेशन में जिला बल, 74 और 223 वाहिनी सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसने नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। गिरफ्तार नक्सलियों को 14 दिसंबर को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
नक्सल उन्मूलन अभियान में सफलता
यह कार्रवाई सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है, जो नक्सलियों के खिलाफ लगातार प्रयास कर रहे हैं और क्षेत्र में शांति बनाए रखने में जुटे हुए हैं।