अमित शाह का बस्तर दौरा: IED ब्लास्ट में महिला की मौत, पांच लाख की इनामी नक्सली ने किया सरेंडर
दंतेवाड़ा ( शिखर दर्शन ) // केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर क्षेत्र के दौरे के बीच नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए हिंसा जारी रखी है। इस दौरान दंतेवाड़ा के कौशलनार इलाके में नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए आईईडी विस्फोट में एक ग्रामीण महिला की मौत हो गई। इस घटना ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
वहीं, नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ‘लोन वर्राटू’ (घर वापसी अभियान) को बड़ी सफलता मिली है। दंतेवाड़ा में LOS कमांडर और पांच लाख की इनामी नक्सली हड़मे ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। हड़मे लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय थी और कई हिंसक घटनाओं में शामिल रही।
सरेंडर से पुलिस को मिली बड़ी सफलता
पुलिस के अनुसार, हड़मे दंतेवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में नक्सल संगठन की प्रमुख सदस्य थी। वह हिंसक घटनाओं की योजनाओं में शामिल रही और संगठन की रणनीति में अहम भूमिका निभाती थी। उसके सरेंडर को पुलिस की बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है, जो कि ‘लोन वर्राटू’ अभियान की सफलता को रेखांकित करता है।
‘लोन वर्राटू’ अभियान का असर
पिछले कुछ वर्षों में दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा शुरू किए गए ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत अब तक कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह अभियान नक्सलियों को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में वापस लाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
गृहमंत्री के दौरे के बीच नक्सली घटनाओं में बढ़ोतरी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर क्षेत्र के दौरे पर हैं, जहां नक्सली गतिविधियों में हाल के दिनों में तेजी देखी गई है। आईईडी विस्फोट जैसी घटनाओं से नक्सली अपनी मौजूदगी का अहसास कराने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस और सुरक्षा बल क्षेत्र में सतर्कता बनाए हुए हैं और नक्सलियों के खिलाफ अपने अभियानों को और तेज कर रहे हैं। हड़मे का सरेंडर और ‘लोन वर्राटू’ अभियान की सफलता इन अभियानों की प्रभावशीलता को दर्शाती है।
दंतेवाड़ा में शांति की कोशिशें जारी
नक्सली हिंसा के बावजूद, प्रशासन और पुलिस शांति बहाल करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, ताकि वे समाज में एक नई शुरुआत कर सकें।