2 दिसंबर महाकाल आरती: त्रिनेत्र अर्पित कर भांग, चंदन और ड्रायफ्रूट से बाबा महाकालेश्वर का दिव्य श्रृंगार, यहां करें पावन दर्शन
विशेष संवाददाता छमु गुरु की रीपोर्ट :
उज्जैन ( शिखर दर्शन ) // मार्गशीर्ष माह के पहले सोमवार को भगवान महाकालेश्वर के दिव्य दर्शन और भस्म आरती का आयोजन महाकाल मंदिर में भव्य रूप से संपन्न हुआ। आज तड़के सुबह 3 बजे मंदिर के कपाट खोले गए, जिसके बाद भगवान महाकाल का जल, दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से अभिषेक किया गया।
इसके बाद भस्म आरती में भगवान शिव का त्रिनेत्र भांग, चंदन, और सूखे मेवों से श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर भगवान ने शेषनाग का रजत मुकुट, रुद्राक्ष माला और सुगंधित पुष्पमालाएं धारण कीं। मंदिर में भक्तों ने भस्म आरती में भाग लेकर पुण्य अर्जित किया।
भस्म आरती के लिए मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई थीं। सुरक्षा कारणों से सभी श्रद्धालुओं को निर्धारित ड्रेस कोड का पालन करना पड़ा। पुरुषों को धोती और ऊपरी वस्त्र, जबकि महिलाओं को साड़ी और सिर पर घूंघट रखना अनिवार्य था।
श्रद्धालुओं ने नंदी महाराज के कान में अपनी मनोकामनाएं भी व्यक्त कीं। पूरा मंदिर परिसर बाबा महाकाल के जयकारों से गुंजायमान हो उठा, जहां भक्तों ने आस्था और भक्ति के साथ भगवान महाकाल के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए