रायपुर संभाग

छत्तीसगढ़ में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का संदेश: पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व का सम्मान

छत्तीसगढ़ में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की सफलता: सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में लगाए गए लाखों पौधे

रायपुर ( शिखर दर्शन ) //छत्तीसगढ़ में वन विभाग द्वारा चलाया जा रहा ‘एक पेड़ मां के नाम’ महावृक्षारोपण अभियान राज्य में पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के सम्मान का प्रतीक बन गया है। इस अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की थी, जिसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को अपनी मां के नाम पर एक पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान की महत्ता बताते हुए कहा कि मां का रिश्ता दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता होता है, और पेड़ लगाना मां के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने इस अभियान को गति दी है। राज्य के सभी जिलों में ग्राम और पंचायत स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें लाखों पौधे लगाए गए। इसके तहत कटहल, अनार, जामुन, बेर, तेन्दू, सीताफल, बेल, शहतूत, और गंगा इमली जैसे फलदार पौधे लगाए गए। औषधीय प्रजातियों के पौधे जैसे हर्रा, पुत्रंजीवा, आंवला, नीम, और बहेड़ा का भी व्यापक रूप से रोपण किया गया। वहीं, शहरी क्षेत्रों में छायादार प्रजातियों के पेड़ जैसे बरगद, पीपल, मौलश्री, कदम, और गुलमोहर के पौधे लगाए गए।

अभियान का व्यापक स्वरूप: चार करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर स्थित जैव विविधता पार्क में 11 जुलाई को इस अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने पीपल का पौधा रोपित कर प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी मां के नाम पर एक पौधा जरूर लगाएं। राज्य सरकार का लक्ष्य मार्च 2025 तक 140 करोड़ वृक्षों का रोपण करने का है। इस पहल के माध्यम से प्रदेशभर में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है।

विभिन्न आयोजनों में मंत्रीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्कूली बच्चे, और अन्य नागरिक बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।

अभियान का प्रभाव और राज्य का योगदान

प्रदेश के दंतेवाड़ा में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 12 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में वृक्षारोपण के लक्ष्य पूरे किए जा रहे हैं, जिसमें किसानों को प्रोत्साहन स्वरूप निशुल्क पौधे दिए गए हैं। अभियान के तहत, जैव विविधता से समृद्ध छत्तीसगढ़ में लगभग 3.85 करोड़ पौधे लगाए गए हैं।

मातृत्व का सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान केवल पर्यावरण संरक्षण का माध्यम नहीं है, बल्कि मातृत्व का सम्मान भी करता है। यह अभियान लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ता है, जिससे मां की स्मृति में वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ती है। इस भावनात्मक पहल ने पर्यावरण संरक्षण को जनांदोलन का रूप दे दिया है।

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में एक अनुकरणीय पहल बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर प्रारंभ इस अभियान का उद्देश्य न केवल हरियाली को बढ़ावा देना है, बल्कि मातृत्व के प्रति आदर और सम्मान का संदेश देना भी है। राज्य में लगाए गए लाखों पौधे इस अभियान को पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक सम्मान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बना रहे हैं।

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