छठ पूजा का तीसरा दिन: जानिए डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त और इसका धार्मिक महत्व

छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर से हो चुकी है, और आज 7 नवंबर को इसका तीसरा दिन है। इस दिन छठ व्रत के अनुसार सूर्य देव की पूजा की जाती है। विशेष रूप से डूबते सूर्य को अर्घ्य देना अत्यंत शुभ माना गया है। छठ महापर्व चार दिनों तक चलता है, और इसके हर दिन का विशेष महत्व होता है। आज के इस महापर्व पर शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष समय है, जिसके बारे में जानना हर व्रती के लिए आवश्यक है।
शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त
द्रिक पंचांग के अनुसार, आज सूर्योदय सुबह 6:42 बजे हुआ और सूर्यास्त शाम 5:48 बजे होगा। व्रती कमर तक पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। आज का शुभ मुहूर्त शाम 5:29 बजे तक रहेगा, जो अर्घ्य देने के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का धार्मिक महत्व
मान्यता है कि सूर्य देव संध्या समय अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ निवास करते हैं, और इस कारण छठ पूजा के दौरान डूबते सूर्य की अंतिम किरण के रूप में प्रत्यूषा को अर्घ्य दिया जाता है। यह माना जाता है कि ऐसा करने से भक्तों की कई समस्याएं दूर होती हैं और स्वास्थ्य में सुधार आता है। छठ पूजा की इस परंपरा के पीछे न केवल आस्था बल्कि वैज्ञानिक मान्यताएं भी जुड़ी हैं, जो इसे एक अद्भुत पर्व बनाती हैं।
इस प्रकार, छठ पूजा के तीसरे दिन का यह अर्घ्य समर्पण का क्षण है, जिसमें भक्तगण सूर्य देवता से सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करते हैं।