पाकिस्तान में शिया-सुन्नी संघर्ष : ज़मीन विवाद में 49 की मौत , 200 से ज्यादा घायल
पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा इलाका इस समय दंगों की आग में झुलस रहा है। पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में जमीन के विवाद को लेकर शिया और सुन्नी समुदाय के बीच संघर्ष भड़क गया। इस झगड़े में 49 लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इस विवाद की जड़ 30 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर है। कुर्रम जिले के बुशेहरा गांव में दो कबीलों के बीच यह विवाद उत्पन्न हुआ। बीबीसी के अनुसार, यह झगड़ा पिछले सप्ताह बुधवार को दो परिवारों के बीच शुरू हुआ था जो शीघ्र ही कबीलों के बीच फैल गया। अब पूरे जिले में तनाव का माहौल है।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि पांच दिन पहले जमीन के विवाद को लेकर दो जनजातियों के बीच झड़प हुई। यह संघर्ष दंगा पीवर , टांगी , बालिशखेल , खार कलाय, मकबल, कुंज अलीजई, पारा चमकनी और करमन सहित कई क्षेत्रों में फैल गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार दोनों गुट एक-दूसरे के खिलाफ मोर्टार शेल और रॉकेट लॉन्चर जैसे भारी हथियारों का उपयोग कर रहे थे। कुर्रम जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. मीर हसन जान के अनुसार 24 जुलाई को झड़प शुरू होने के बाद से उनके अस्पताल में 32 शव और 200 से अधिक घायल मरीज लाए गए हैं जिनमें से 32 का अभी भी इलाज चल रहा है।
दो परिवारों के बीच संघर्ष , जिले भर में तनाव :
कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर जावेदुल्लाह मेशूद ने स्थानीय मीडिया से कहा कि दो परिवारों के बीच यह संघर्ष पिछले 6 दिनों से जारी है। उन्होंने अधिकारियों के साथ मिलकर आदिवासी समुदाय के बुजुर्गों और अन्य स्थानीय नेताओं की मदद से एक समझौता कराया है। हालांकि, जिले के विभिन्न हिस्सों में अभी भी गोलीबारी की घटनाएं जारी हैं।
पिछले साल समाप्त हुआ विवाद फिर से भड़का:
पिछले साल दोनों पक्षों के बीच संघर्ष समाप्त होने के बाद एक समझौता हुआ था । जिसमें तय किया गया था कि सरकार तय करेगी कि जमीन किसकी होगी। इस समझौते के अनुसार लैंड कमीशन के निर्णय को मानना दोनों पक्षों के लिए अनिवार्य था। कमीशन ने अपना निर्णय सुनाया और जमीन शिया समुदाय को सौंप दी। हालांकि एक साल बाद इस पर फिर से विवाद शुरू हो गया। बुधवार को एक बैठक के दौरान जिसमें जमीन विवाद पर चर्चा की जा रही थी तभी एक व्यक्ति ने गोली चला दी। इसके परिणामस्वरूप दोनों समुदायों के बीच हिंसक संघर्ष छिड़ गया।
सभी शैक्षणिक संस्थान और बाजार बंद:
लगातार गोलीबारी की घटनाओं के चलते सभी स्कूल कॉलेज और बाजार फिलहाल बंद कर दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त दिन के समय मुख्य सड़कों पर भी यातायात बंद कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।