पुलिसकर्मी की कार से शराब तस्करी का खुलासा: दो आरोपी गिरफ्तार, 10 पेटी शराब बरामद, आरोपी आरक्षक फरार…..

बिलासपुर ( शिखर दर्शन ) // जिले के सकरी थाने में पदस्थ आरक्षक नीलकमल राजपूत की लक्जरी कार से शराब की तस्करी का मामला सामने आया है। मोपका पुलिस ने इस घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनकी कार से 10 पेटी देसी शराब बरामद की। आरोपी आरक्षक की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलते ही वह पेट्रोलिंग वाहन को छोड़कर फरार हो गया है।

आरक्षक नीलकमल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार की देर रात मोपका चौक पर पुलिस ने एक रेनाल्ट कार को रोककर जांच की। कार सवार बलराम यादव और नवीन बोले उर्फ भज्जी के पास से 480 पाव देसी शराब मिली। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसमें नवीन ने स्वीकार किया कि वह शराब लेकर आ रहा था, लेकिन यह भी खुलासा हुआ कि तस्करी के पीछे आरक्षक नीलकमल राजपूत का हाथ था।
जांच के दौरान पुलिस ने कार से खाकी वर्दी, एक प्लास्टिक केन, लाठी, खाकी रंग का बॉडीगार्ड कपड़ा, और आरक्षक की बैंक पासबुक और आईडी कार्ड भी जब्त किए। जब आरक्षक को शराब पकड़ने की सूचना मिली, तो वह पेट्रोलिंग ड्यूटी छोड़कर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है और उसके मुंगेली स्थित घर पर भी छापेमारी की गई, लेकिन वहां उसका पता नहीं चला । मोपका पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों पर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की है और फरार आरक्षक की तलाश जारी है।
कार से आरक्षक की बैंक खाता, चेकबुक और वर्दी बरामद, तस्करी की जानकारी देने वाला आरोपी ने किया खुलासा
सकरी थाने में पदस्थ आरक्षक नीलकमल राजपूत की कार से शराब की तस्करी के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने कार की तलाशी में आरक्षक के बैंक खाता, चेकबुक, और पुलिस की वर्दी बरामद की है।
मोपका पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी नवीन ने पुलिस को बताया कि वह भज्जी चखना दुकान में काम करता है। वह दिनभर में धीरे-धीरे शराब खरीदकर उसे इकठ्ठा करता और रात को उसे बेचता था। नवीन ने खुलासा किया कि आरक्षक नीलकमल ने उसे शराब लाने के लिए 45 हजार रुपये दिए थे। इन पैसों से उसने विभिन्न दुकानों से शराब खरीदी और उसे आरक्षक को देने के लिए ले जा रहा था।
जब पुलिस ने शराब की तस्करी में शामिल कार को पकड़ा, तो कार की बारीकी से तलाशी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सामान मिले। इनमें पुलिस की वर्दी, एक प्लास्टिक का केन, एक प्लेट जिस पर ‘पुलिस’ लिखा है, और आरक्षक का बैंक खाता, चेकबुक, डेबिट कार्ड, गैस कार्ड शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने एक आवेदन भी जब्त किया, जिसमें आरक्षक ने एसपी को तखतपुर थाने से सकरी स्थानांतरित करने की प्रार्थना की थी।
पुलिस की कार्रवाई में शामिल सबूतों और दस्तावेजों ने इस मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। फरार आरक्षक की तलाश जारी है और उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।