22 जुलाई श्री महाकाल श्रृंगार आरती दर्शन : पवित्र सावन मास का पहला सोमवार , भोले की भक्ति मे झूम उठे श्रद्धालु…

विशेष संवाददाता छमु गुरु की रिपोर्ट :
उज्जैन ( शिखर दर्शन )मध्य प्रदेश के उज्जैन मे स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 4 बजे खोले गए । सबसे पहले बाबा महाकाल का पवित्र गंगा जल से अभिषेक किया गया , इसके बाद दूध , दही , घी , शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया ।

श्री महाकाल को भस्म चढ़ाई गई , भांग , चंदन और त्रिपुण्ड अर्पित कर स्वर्ण आभूषणों से अद्भुत अलौकिक श्रृंगार किया गया । बाबा महाकाल ने शेष नाग का रजत मुकुट , रजत मुंडों की मला , रुद्राक्ष की मला के साथ सुगंधित फूलों की मला धरण की । श्री महाकाल को अवन्तिका नगरी की प्रसिद्ध मिठाइयों का भोग लगाया गया ।

सुबह से ही श्री महाकालेश्वर मंदिर मे भस्म आरती शृंगार दर्शन मे शामिल होने भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी थी ,सभी ने भस्म आरती दर्शन कर आध्यात्मिक आनंद प्राप्त किया , कुछ लोगों ने बाबा के अत्यंत नजदीक रहने वाले नंदी महराज के पास जा कर परंपरा अनुसार उनके कानों मे अपनी मन की बात बोल कर श्री महाकाल तक पहुंचाने की विनती की । पवित्र सावन मास का पहला सोमवार होने की वजह से मंदिर में सामान्य दिनों की अपेक्षा भक्तों की भीड़ देखने लायक थी , सभी आशुतोष की भक्ति मे भाव विभोर दिखे , भोले की दीवानगी मे डूबे श्रद्धालु गण बाबा के जयकारे भी लगा रहे थे । श्री महाकालेश्वर मंदिर की दसों दिशाएं “जय जय श्री महाकाल” , “हर हर महादेव” , “हर हर शंभू” , “ॐ नमः शिवाय” से गुंजयमान हो रही थी ।
