कोयला कारोबारी के ऑफिस के सामने फायरिंग पर गरमाई सियासत : कांग्रेस ने कानून व्यवस्था पर साधा निशाना , गृहमंत्री से मांगा इस्तीफा , BJP ने घटना को अयोध्या से जोड़ना बताया “छोटी सोच”
“रायपुर में कोयला कारोबारी के ऑफिस में फायरिंग, कांग्रेस और भाजपा में गरमाई सियासत”
रायपुर ( शिखर दर्शन ) //छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 24 जुलाई को विधानसभा का घेराव करने की तैयारी कर ली है। इस बीच, आज शनिवार को राजधानी रायपुर में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी की घटना ने स्थिति को और तूल दे दिया है।
यह वारदात तेलीबांधा थाना अंतर्गत पचपेड़ीनाका और तेलीबांधा के बीच स्थित सर्विस रोड पर एक कोयला कारोबारी के ऑफिस के सामने हुई। घटना को पल्सर बाइक पर सवार दो युवकों ने अंजाम दिया, जो ऑफिस के बाहर आकर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। इस गोलीकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
घटना के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल ने कहा, “यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ में सरकार नाम की चीज नहीं रह गई है। प्रदेश के गृहमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य की सरकार प्रदेश को राम भरोसे छोड़कर अयोध्या गई हुई है, जिससे कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
कांग्रेस के इन आरोपों पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस घटना को अयोध्या से जोड़ना अनुचित है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “कांग्रेस को राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की घटनाओं का उपयोग नहीं करना चाहिए। राज्य की कानून व्यवस्था पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, बल्कि सभी दलों को मिलकर इसका समाधान निकालना चाहिए।”
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन भी हरकत में आ गया है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ भी शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ में हाल ही में कानून व्यवस्था को लेकर कई विवाद सामने आए हैं। कांग्रेस इस मुद्दे पर राज्य सरकार को लगातार घेर रही है और 24 जुलाई को विधानसभा का घेराव करने की तैयारी कर रही है। वहीं, भाजपा इस मुद्दे पर सरकार का बचाव कर रही है और कांग्रेस के आरोपों को निराधार बता रही है।
घटना के बाद से रायपुर समेत पूरे प्रदेश में तनाव का माहौल है। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल ने हाल ही में हुई फायरिंग की घटना पर प्रदेश सरकार की नाकामी की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि पहले भी गिरोह के सदस्यों द्वारा कोयला कारोबारियों और बिल्डरों को निशाना बनाने की धमकी दी गई थी। इस संबंध में ईमेल के माध्यम से स्पष्ट चेतावनी दी गई थी। इसके बावजूद, शासन और प्रशासन के खुफिया तंत्र की विफलता के कारण दिनदहाड़े शूटर कारोबारी के दफ्तर और कार में फायरिंग कर भागने में सफल रहे।
उन्होंने कहा कि हमने बनाया है हम ही सवारेंगे और सुशासन का दावा करके आई भाजपा सरकार पूरे प्रदेश में कुशासन की प्रतीक बन गई है. राजधानी ही नहीं पूरा प्रदेश असुरक्षित हो गया है. कोई दिन ऐसा नहीं है जब हत्या ,हत्या का प्रयास, बलात्कार ,लूट ,डकैती नहीं हो रही हो. सरकार केवल भ्रमित करने का काम कर रही है और मूल मुद्दों से भाग रही है. कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर कल ही कांग्रेस ने विधानसभा घेराव की घोषणा की है. आज की यह वारदात व्यापार उद्योग जगत के साथ पूरे नागरिकों के दहला गई है. प्रदेश की जनता, शहर की जनता अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है. प्रदेश के गृहमंत्री को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. जिस तरह पूरी सरकार प्रदेश को राम भरोंसे छोड़कर चल रही है उससे प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश है.
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी का तीखा पलटवार
कांग्रेस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस आरोप लगाने के बजाय तथ्यों पर ध्यान दे। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है। साथ ही, बीजेपी ने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया कि वे इस घटना का राजनीतिकरण कर रहे हैं और सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।