वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने माँ के नाम पीपल का पेड़ लगाया, कहा-पेड़ को जीवित रखने के संकल्प के साथ ही लगाए पौधा
रायपुर ( शिखर दर्शन ) //प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ की अपील की है। इसके तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में व्यापक पौधरोपण का कार्य हो रहा है। आज, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायगढ़ जिले के उर्दना स्थित नगर वन में अपनी मां कौशल्या देवी चौधरी के नाम पर पीपल का पेड़ लगाया। उन्होंने कहा कि पेड़ को जीवित रखने के संकल्प के साथ पौधारोपण करें।
रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ की अपील की है। इसके तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में व्यापक पौधरोपण का कार्य हो रहा है। आज, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायगढ़ जिले के उर्दना स्थित नगर वन में अपनी मां कौशल्या देवी चौधरी के नाम पर पीपल का पेड़ लगाया। उन्होंने कहा कि पेड़ को जीवित रखने के संकल्प के साथ पौधारोपण करें।

वित्त मंत्री चौधरी ने स्थानीय देशी किस्म के पौधे जिनकी आयु ज्यादा है, उन्हें प्राथमिकता के साथ रोपण करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हर व्यक्ति अपने जन्मदिन, माता-पिता के जन्मदिन पर एक पेड़ अवश्य लगाएं और उसकी देखभाल करें। चौधरी ने यह भी कहा कि हम सब मिलकर इस प्रयास में लगे हैं कि आने वाले दो सालों में रायगढ़ जिले में 50 हजार से अधिक पीपल के पेड़ लगाए जाएं, ताकि यहां पीपल डिस्ट्रिक्ट के रूप में पहचान बने।
उन्होंने बताया कि रायपुर में कलेक्टर के रूप में रहते हुए उन्होंने ‘पीपल फॉर प्यूपिल’ अभियान चलाया था, और अब नवा रायपुर में भी इसी दिशा में अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें लगभग 70 हजार पीपल के पौधे रोपे जा रहे हैं। चौधरी ने रायगढ़ के डीएफओ को नगर वन के ऊपरी क्षेत्र में ट्रेकिंग ट्रेल, वॉच टावर और इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।
मानव जीवन के लिए एक पेड़ लगाना बहुत ही महान काम : लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया
लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में ‘मां के नाम पेड़’ अभियान को उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने गांव-गांव में इस कार्यक्रम के प्रति उत्साह देखा और बताया कि मानव जीवन के लिए पेड़ लगाना एक महान काम है। पेड़ मां की तरह होता है, जो हमें फल और शुद्ध हवा प्रदान करता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे भी अपने मानव जीवन में एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें, ताकि यह पेड़ समृद्धिशाली होकर हमें आने वाले दिनों में भी फायदा पहुंचा सके।

प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है, इसे सहेजकर रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह
राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उज्ज्वल किया कि प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया है और इसे सहेजकर रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए उन्होंने सभी को एकजुट होकर पर्यावरण के सुधार के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस उद्घाटन समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगम के नेता, और विभिन्न प्रमुख अधिकारियों का सम्मान किया जिन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
विभिन्न किस्म के 611 से अधिक लगाए पौधे
डीएफओ रायगढ़ स्टायलो मण्डावी ने जानकारी दी कि आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, जनसामान्य एवं बच्चो द्वारा पीपल, बरगद, आम, करंज, आंवला, नीम, अमलतास, शोभागर पॉम ट्री एवं चंपा जैसे विभिन्न प्रकार के पौधे रोपे गए। यहां जन सामान्य के लिए 2 किमी का वाकिंग ट्रैक बनाया गया है। जहां शहरवासी अपनी मां के नाम या विशेष अवसर पर पौधरोपण कर सकते है।
वित्त मंत्री चौधरी ने पौध वितरण वाहन को दिखाई हरी झंडी
आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री चौधरी ने शहरवासियों को निरूशुल्क पौधा वितरण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान वे पौधरोपण कर हस्ताक्षर अभियान का भी हिस्सा बने। उल्लेखनीय है कि पौध रोपण को प्रोत्साहित करने 1 जुलाई से वन विभाग की ओर से जन सामान्य के पौधारोपण के लिए पौधों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। ताकि जनसामान्य को फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधे आसानी से प्राप्त कर अपने घर एवं आस पास के क्षेत्रों में रोपण किया जा सके।

वृहत पौधरोपण के लिए जिले में चल रहा पीपल फॉर प्यूपिल अभियान
सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रायपुर के तर्ज पर जिले में भी पीपल फॉर प्यूपिल अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले के 549 ग्राम पंचायतों में लगभग 8 लाख पौधे रोपे जाएंगे। इसमें नगरीय क्षेत्र में 5 हजार से अधिक एवं 2500 से अधिक स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में पौधरोपण किया जाएगा। इसी तरह 200 अमृत सरोवर एवं डबरी निर्माण कर पौधरोपण किया जाएगा। साथ ही पीपल फॉर प्यूपिल अभियान के तहत औद्योगिक क्षेत्रों में 10 हजार पीपल के पेड़ रोपे जाएंगे।
