5 जुलाई श्री महाकाल भस्म आरती शृंगार दर्शन :
उज्जैन//(शिखर दर्शन) मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के अवसर पर प्रातः 4 बजे विशेष भस्म आरती का आयोजन हुआ। मंगलवार की सुबह मंदिर के कपाट खोले गए और भगवान महाकाल का पवित्र गंगा जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया।
अभिषेक :
भगवान महाकाल का सबसे पहले पवित्र गंगा जल से अभिषेक किया गया।
इसके बाद पंचामृत से अभिषेक पूजन हुआ, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और फलों के रस का प्रयोग किया गया।
श्रृंगार :
बाबा महाकाल के मस्तक पर त्रिपुंड तिलक लगाया गया और भांग, चंदन तथा आभूषणों से दिव्य श्रृंगार किया गया।
भगवान महाकाल को भस्म कर दिया गया, जो इस आरती का मुख्य आकर्षण होता है।
भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, चांदी की मुंडमाल, रुद्राक्ष की माला और उत्सव के फूलों की माला धारण की।
भोग :
भगवान महाकाल को उज्जैन शहर की प्रसिद्ध मिठाइयों का भोग लगाया गया।
भस्म आरती में भगवती की सहभागिता :
सैकड़ों भक्तों ने सुबह की भस्म आरती में भाग लिया और भगवान महाकाल के दर्शन कर आत्मिक आनंद प्राप्त किया।
भगवान ने नंदी महाराज के कान में जाकर अपनी मनोकामनाओं वाले व्यक्तियों की और बाबा महाकाल तक की विनती की।
श्री महाकालेश्वर मंदिर बाबा महाकाल के जयकारे जय जय श्री महाकाल, हर हर महादेव हर हर शंभू ॐ नमः शिवाय से गूंज रहा था, जिससे पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया।