गुजराती समाज का होलिका दहन संपन्न… समाज के प्रबुद्ध जनों के साथ बच्चे और महिलाएं हुई शामिल !

बिलासपुर// (शिखर दर्शन) // छत्तीसगढ़ में स्थित बिलासपुर के गुजराती समाज भवन में होली का पर्व अनूठे अंदाज़ में मनाया जाता है । बड़े ही गर्व की बात है की जब आज के दौर में हमारा सम्पूर्ण समाज पाश्चात्य और भौतिक वादी जीवन शैली में लिप्त है और किसी भी त्योहार को बस एक परंपरा समझ के मानता है वहीं गुजराती समाज के लोग आज के इस व्यस्ततम जीवन शैली में भी अपने संस्कार और परंपराओं के साथ होलिका दहन आयोजित किए ।
पूरे विधि विधान के साथ हुआ होलिका दहन
गुजराती समाज द्वारा आयोजित होलिका दहन कार्यक्रम में समाज की वृद्धजनों के साथ महिलाएं और बच्चो को विशेष रूप से शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ । और यहां का सामाजिक वा पारिवारिक माहौल देखते ही बनता है ।

बिलासपुर शहर में पूरी शालीनता और वैदिक रीति रिवाज के साथ विधिपूर्वक जलाई जाने वाली गुजराती समाज की होली प्रदेश ही नहीं देश भर में प्रसिद्ध है । जहां समाज की महिलाओं एवम वृद्धजनों को विशेष सम्मान दिया जाता है , साथ ही बच्चो को उनके त्योहारों से जुड़ी आवश्यक जानकारियों सहित सामाजिक दायित्वों से अवगत कराया जाता है ।
55 वर्षों पुरानी है परंपरा
गुजराती समाज के अध्यक्ष अरविंद भानुशाली ने बताया की यहां होलिका दहन का कार्यक्रम लगभग 55 वर्षों से समाज के पूर्वजों के समय से मनाया जाता है । जिसे हम सभी मिलकर आज भी उस परंपरा का यथावत निर्वहन कर रहे है । इसमें समाज के सभी सदस्यों का भरपूर योगदान रहता है ।
लोगो से की अपील :

गुजराती समाज के अध्यक्ष अरविंद भानुशाली ने बिलासपुर वासियों के साथ साथ प्रदेश भर के लोगो को होलिका दहन और रंगों के त्योहार पर शुभकामनाएं दी है । श्री भानुशाली ने सभी से इस अलबेले त्योहार को शांतिपूर्वक और पूरी शालीनता के साथ मानने की अपील की है ।