16 मार्च श्रीमहाकाल भस्म आरती दर्शन :

उज्जैन/( शिखर दर्शन )//मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 4 बजे खोलें गय । भगवान महाकाल का सबसे पहले पवित्र गंगा जल से अभिषेक किया गया । इसके बाद दूध दही और फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया । श्री महाकाल को भस्म चढ़ाई गई ।

बाबा महाकाल के मस्तक पर त्रिनेत्र त्रिपुंड धारण कर चंदन भांग और विभिन्न प्रकार के आभूषणों से सुसज्जित कर दिव्य श्रृंगार किया गया । भगवान महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट ,रजत मुंड की माला और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित फूलों की माला धारण की । उन्हें फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया ।
शनिवार की सुबह भस्म आरती के दौरान सैकड़ो श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूर्ण लाभ प्राप्त किया । श्रद्धालुगण भोलेनाथ के अत्यंत करीब रहने वाले नंदी महाराज का दर्शन कर परंपरा के अनुसार उनके समीप जाकर ,उनके कान में अपनी मनोकामनाएं बोलकर बाबा तक पहुंचाने की विनती कर रहे थे । इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे भी लगा रहे थे। श्री महाकालेश्वर मंदिर की दसों दिशाएं बाबा के जयकारे… “जय जय श्री महाकाल”, “हर हर महादेव”, “हर हर शंभू”, “ॐ नमः शिवाय” से गूंज रही थी ।