1 फरवरी श्री महाकाल भस्म आरती दर्शन : पीतांबरा स्वरूप किया दिव्य श्रृंगार !

उज्जैन/( शिखर दर्शन )// मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के पट सुबह 4 बजे खोले गए । सबसे पहले श्री महाकाल का पवित्र गंगा जल से अभिषेक किया गया । दूध , दही , घी , शहद और फूलों के बने रस के पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया ।
इसके बाद श्री महाकाल को भस्म चढ़ाई गई । बाबा का हल्दी कुमकुम से श्रृंगार किया गया । महाकाल ने रजत मुकुट , रजत मुंडो की माल , रुद्राक्ष की माला के साथ फूलों से सुसज्जित वा सुगंधित माला धारण की , बाबा को विभिन्न प्रकार के फलों एवम मिठाइयों का भोग लगाया गया ।

इधर उज्जैन में शीत लहर के प्रकोप को ध्यान रखते हुए मंदिर समिति तथा पुजारीगण ने मिल कर नंदी महाराज को ठंड से बचाने के लिए दुषाला ओढ़ाया है ।
सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर में बाबा की भक्ति में लीन थे , सभी ने भस्म आरती दर्शन कर आत्मिक सुख की अनुभूति प्राप्त की । भक्तों ने बाबा के समीप रहने वाले नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान में अपनी मनोकामनाएं कही , और उसे बाबा तक पहुंचाने की विनम्र विनती किया । श्रद्धालु श्री महाकाल के जयकारे भी लगा रहे थे । पूरा मंदिर “हर हर महादेव” , “जय जय श्री महाकाल” , हर हर शंभू , “ॐ नमः शिवाय” के जयकारे से गूंज रहा था ।