17 जनवरी श्री महाकाल भस्म आरती दर्शन : श्री महाकाल का “श्री गणेश जी स्वरूप” हुआ श्रृंगार !


उज्जैन (/शिखर दर्शन )/मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार तड़के सुबह 4:00 बजे मंदिर के कपाट खोले गए । भगवान महाकाल का सबसे पहले पवित्र गंगाजल से अभिषेक किया गया । इसके बाद दूध , दही , घी , शहद एवं फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया गया ।

श्री महाकाल को भस्म चढ़ाई गई । भांग , चंदन , पंचमेवा से श्रृंगार कर वैदिक पूजा परंपरा में सर्वप्रथम पूजनीय माने जाने वाले श्री गणेश जी के रूप में बाबा श्री महाकाल का श्रृंगार किया गया ।भगवान श्री महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट , रजत मुंडमाला , रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की । और बाबा को विभिन्न प्रकार के फल एवं विशेष मिठाई का भोग लगाया गया ।


सुबह से ही भस्म आरती में सैकड़ो श्रद्धालुओं ने दर्शन कर आत्मिक आनंद प्राप्त किया । श्रद्धालुओं ने बाबा के अत्यंत करीब रहने वाले नंदी महाराज का दर्शन कर , उनके कानों में अपनी मनोकामनाएं कहीं और अपना संदेश और इच्छाएं श्री महाकाल तक पहुंचाने की विनम्र विनती की इस दौरान श्रद्धालु बाबा महाकाल के जयकारे “जय जय श्री महाकाल” , “हर हर महादेव” , “हर हर शंभू” , “ॐ नमः शिवाय” , “ॐ नमः शिवाय” , “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” लगा रहे थे । श्री महाकाल मंदिर की दसों दिशाएं बाबा के जयकारों से गुंजयमान हो रही थी ।