बंगाल के पुरूलिया में साधुओं पर भीड़ का हमला…. पुलिस ने 12 लोगों को किया गिरफ्तार…. भाजपा ने टीएमसी पर लगाया आरोप !

कोलकाता/( शिखर दर्शन )//पश्चिम बंगाल के पुरूलिया में तीन साधुओं को पीटने का मामला सामने आया है । बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने उन्हें अपहरण करने वाला समझकर हमला कर दिया । घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर साधुओं को भीड़ से बचकर नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंचा । मामले में पुलिस ने हमला करने वाले 12 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है ।

पुलिस के अनुसार या मामला गुरुवार का है जब उत्तर प्रदेश के तीन साधु ,एक व्यक्ति और उसके दो बेटे मकर संक्रांति पर स्नान करने के लिए गंगासागर जा रहे थे । इस दौरान वे रास्ता भटक गए जिस पर उन्होंने तीन लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछा , लड़कियां साधु को देखकर चिल्लाते हुए वहां से भागने लगी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने साधुओं को पकड़ लिया , और मारपीट शुरू कर दी । मामला बढ़ने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों साधुओं को काशीपुर पुलिस स्टेशन ले आई थी । जहां से पुलिस ने उनके गंगासागर जाने की व्यवस्था सुरक्षित रूप से की ।
12 संदिग्धों को किया गिरफ्तार
पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक अभिजीत बनर्जी ने घटना के संबंध में बताया कि साधुओं से मारपीट करने वाले 12 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है । अभी मामले की जांच की जा रही है ।साथ ही घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश के लिए छापेमारी कार्यवाही भी की जा रही है । गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर सब डिविजनल कोर्ट में पेश किया जाएगा ।
घटना का वीडियो हुआ वायरल
पुलिस ने यह भी कहा है की लड़कियों के साधुओं से डर कर भाग जाने से स्थानीय लोगों को उन पर शक हुआ , जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया , बाद में पुलिस ने साधुओं को गंगासागर के मेला में जाने के लिए एक वाहन की व्यवस्था की । वही सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें उग्र हुई भीड़ साधुओं के वाहन में तोड़फोड़ करती हुई दिखाई दे रही है ।
बीजेपी ने कहा पालघर जैसे लिंचिंग
घटना को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए घटना की आलोचना की है । वहीं भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा पश्चिम बंगाल के पुरूलिया में पालघर जैसी लिंचिंग की घटना हुई है। मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े लोगों ने निर्वस्त्र कर मारपीट किया है । ममता बनर्जी के शासन में असमाजिक तत्वों को सरकारी संरक्षण मिलता है । और ऐसी ही घटनाओं की आड़ में साधुओं की हत्या कर दी जाती है । पश्चिम बंगाल में हिंदू होना क्राइम बन गया है ।