10 जनवरी , श्री महाकाल भस्मआरती दर्शन : भगवान श्री महाकालेश्वर का भांग चंदन समर्पित कर , श्रीगणेश स्वरूप में किया दिव्य श्रृंगार..…
उज्जैन/( शिखर दर्शन)// मध्यप्रदेश जिले के उज्जैन स्थित विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के दरवाजे सुबह 4:00 बजे खोले गए । इसके बाद श्री महाकाल का पवित्र गंगाजल से अभिषेक किया गया । इसके बाद दूध , दही , शहद , घी , एवम विभिन्न प्रकार के फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया गया ।

इसके बाद श्री महाकालेश्वर को भस्म चढ़ाई गई । बाबा महाकाल को भांग , चंदन व आभूषण समर्पित कर हिंदू धर्म में प्रथम पूज्य श्रीगणेश जी के स्वरूप में श्रृंगार किया गया । श्रीमहाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट , रजत मुंडो की माला , रुद्राक्ष की माला एवं सुगंधित पुष्पों से बनी माला धारण की । इसके साथ विभिन्न प्रकार के मिष्ठानों व फलों से भोग लगाया गया ।

आज सुबह सैकड़ो श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में दर्शन कर पुण्य प्राप्त किया । ब्रह्ममुहूर्त में बाबा का दर्शन पाने के बाद सैकड़ो श्रद्धालुओं ने श्रीमहाकाल के अत्यंत नजदीकी माने जाने वाले नंदी महाराज के कानों में अपनी मनोकामनाएं बोली , और उनसे अपने मन की बात बाबा भोलेनाथ तक पहुंचाने की विनती कर रहे थे । सुबह-सुबह श्रद्धालुओं में श्रीमहाकाल की दीवानगी देखते ही बन रही थी । पूरा मंदिर बाबा के जयकारों से गूंज रहा था पूरे के पूरे भक्तगण सिर्फ और सिर्फ “जय जय श्रीमहाकाल” , “ॐ नमः शिवाय” , “हर हर शंभू” , और “श्री शिवाय नमस्तुभ्यं” का जयकारा लगा रहे थे । जिससे पूरा का पूरा मंदिर गुंजयमान हो रहा था ।