शहडोल में एक मासूम फिर चढ़ी अंधविश्वास की भेंट…. गर्म सलाखों से दागा…. दो माह की बच्ची की हुई मौत !
शहडोल/( शिखर दर्शन) मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में झाड़ फूंक और अंधविश्वास के साथ दगना जैसे कुप्रथा के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं । एक बार फिर एक मासूम दगना कुप्रथा का शिकार हुई है । यहां दो माह की मासूम बच्ची को गर्म सलाखों से दागा गया है ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला शहडोल जिले के विकासखंड बुढार के ग्राम लालपुर का है । यहां दो माह की बच्ची को पिछले 1 महीने से निमोनिया हो गया था । वह निमोनिया से पीड़ित थी इसके चलते उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी । इसी बीच अंधविश्वास के शिकार परिजनों ने उसे गर्म लोहे की सलाखों से दगवाया जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई । इसके बाद परिजनों ने आनन फानन में उसे मानपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया । जहां से उसे शहडोल मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था । बताया जा रहा है की बच्ची की हालत ज्यादा बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती कराया गया था । जहां ऑक्सीजन सपोर्ट पर बच्ची जिंदगी मौत से लड़ रही थी ।आखिर आज बच्ची ने दम तोड़ दिया ।फिलहाल मामले में एक ताई समेत बच्ची के दादा , मां एवं अन्य परिजनों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कर लिया गया है ।

जानकारी मिली है कि जिले में मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं । गर्म सलाखों से दागने के चलते उपचार के दौरान उनकी मौत हो जाती है । दागना कुप्रथा के चलते एक माह के अंदर चार से अधिक मासूम की जान जा चुकी है । कुल मिला कर मध्यप्रदेश के शहडोल में अंधविश्वास जाग रहा है और प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है ।