BHEL के शेयरों में 6% की गिरावट, डबल घाटे के बावजूद ब्रोकरेज फर्म्स क्यों दे रहे हैं ‘बाय’ की सलाह?

मुंबई (शिखर दर्शन) // देश की जानी-मानी इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के शेयरों में गुरुवार को जोरदार गिरावट दर्ज की गई। बाजार खुलते ही कंपनी का स्टॉक 6% से अधिक टूट गया, जिससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई। यह गिरावट कंपनी द्वारा जारी किए गए जून तिमाही के वित्तीय नतीजों के बाद आई, जिसमें डबल नेट लॉस सामने आया है।
BHEL का नेट लॉस बढ़कर ₹455.4 करोड़ पहुंच गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में ₹211 करोड़ था। हालांकि, ऑपरेशनल रेवेन्यू में मामूली बढ़त दर्ज की गई है — ₹5,486.9 करोड़ के मुकाबले इस बार ₹5,658.07 करोड़ की कुल इनकम रही। मगर खर्चे भी तेजी से बढ़े हैं, जो ₹6,279.78 करोड़ तक पहुंच गए।
फिर भी ब्रोकरेज फर्म्स क्यों कर रही हैं ‘बाय’ की सिफारिश?
इस गिरावट के बावजूद, प्रमुख ब्रोकरेज हाउस BHEL को लेकर आशावादी बने हुए हैं। उनका मानना है कि यह नुकसान अस्थायी है और कंपनी की ऑर्डर बुक मजबूत स्थिति में है। आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी प्रोजेक्ट्स से कंपनी को बड़ा फायदा मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि घाटे की वजह अस्थायी ऑपरेशनल खर्चों और ट्रांजिशनल समस्याओं से जुड़ी है। जैसे ही कंपनी की नई परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी, रेवेन्यू और मुनाफे में मजबूती देखी जा सकती है।
दीर्घकालिक निवेशकों के लिए बन सकता है मौका
BHEL का स्टॉक अपने 52-हफ्ते के उच्चतम स्तर से 25% तक टूट चुका है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि यह गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए एक अच्छा एंट्री पॉइंट हो सकता है। उनका यह भी कहना है कि अगले दो से तीन तिमाहियों में कंपनी ऑर्डर एग्जीक्यूशन में तेजी लाएगी, जिससे मार्जिन और लाभ में सुधार हो सकता है।
नतीजा: डर नहीं, अवसर!
भले ही मौजूदा घाटे ने बाजार को झटका दिया हो, लेकिन जानकारों की मानें तो जल्दबाज़ी में की गई बिकवाली भारी नुकसान का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक नजरिए से देखा जाए तो BHEL आने वाले वर्षों में मजबूत कमबैक कर सकता है। ऐसे में निवेशक इस स्टॉक को रडार पर जरूर रखें।