एनटीपीसी सीपत में बड़ा हादसा: मरम्मत कार्य के दौरान गिरा लोहे का प्लेटफॉर्म, तीन मजदूरों की मौत, कई घायलमजदूरों के समर्थन में उतरे भाजपा मंडल अध्यक्ष, मुआवजा और इलाज की मांग

बिलासपुर। (शिखर दर्शन) // एनटीपीसी सीपत प्लांट में बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यूनिट-5 में मरम्मत कार्य के दौरान लोहे का एंगल प्लेटफॉर्म अचानक टूटकर गिर पड़ा, जिससे नीचे काम कर रहे मजदूर इसकी चपेट में आ गए। हादसे में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच मजदूर गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया है, जबकि राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है।
जानकारी के अनुसार मरम्मत कार्य गोरखनाथ ठेका कंपनी द्वारा कराया जा रहा था। हादसे के वक्त करीब 60 मजदूर मौके पर कार्यरत थे। लोहे का भारी प्लेट गिरते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और मजदूरों के परिजनों ने घटना की सूचना मिलते ही एनटीपीसी मटेरियल गेट के सामने भारी संख्या में पहुंचकर सीपत-बलौदा मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन द्वारा मलबे में दबे मजदूरों को निकालने और घायलों को जल्द से जल्द इलाज मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।
यह कोई पहली घटना नहीं
एनटीपीसी सीपत संयंत्र में इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। श्रमिकों और कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की शिकायतें की जाती रही हैं, लेकिन सुधार के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। इससे पहले भी कई मजदूर कार्य के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में अपनी जान गंवा चुके हैं।
भाजपा मंडल अध्यक्ष ने उठाई आवाज

भाजपा सीपत मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा सीपत मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा मौके पर पहुंचे और मृतक मजदूरों के परिजनों को नौकरी और मुआवजे की मांग की। उन्होंने एनटीपीसी प्रबंधन से घायलों को बेहतर इलाज और उनके शारीरिक नुकसान के अनुसार आर्थिक सहायता देने की मांग भी की। शर्मा ने कहा कि मजदूरों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए, और प्रबंधन को इस मामले में पूरी जवाबदेही लेनी होगी।
प्रशासन और एनटीपीसी प्रबंधन पर उठे सवाल
घटना के बाद एक बार फिर एनटीपीसी की कार्यशैली और सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मजदूर संगठनों ने इस हादसे को गंभीर लापरवाही का नतीजा बताया है और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
(घटना से जुड़ी आगे की जानकारी और प्रशासन की प्रतिक्रिया प्रतीक्षारत है)