शेयर बाजार अपडेट: ट्रंप के 25% टैरिफ ने निवेशकों की नींद उड़ा दी, सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट

एक झटके में हिला बाजार: सेंसेक्स 400 अंक फिसला, क्या ट्रंप की चाल ने बढ़ाई मंदी ?
नई दिल्ली (शिखर दर्शन) // गुरुवार सुबह भारतीय शेयर बाजार ने खुलते ही निवेशकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गईं। सेंसेक्स में 434.48 अंक (0.53%) की गिरावट के साथ यह 81,047.38 के करीब आ गिरा, जबकि निफ्टी भी 134.65 अंक (0.54%) की कमजोरी के साथ 24,720.40 पर पहुंच गया। बाजार में अचानक आई इस गिरावट के पीछे मुख्य वजह बनी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ का फैसला।
कहानी की शुरुआत: वॉशिंगटन डीसी से
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिसने भारतीय बाजारों में बेचैनी का माहौल पैदा कर दिया। इस घोषणा के बाद निवेशकों ने बड़े पैमाने पर बिकवाली शुरू कर दी, जिससे ब्लूचिप शेयरों से लेकर सेक्टोरल इंडेक्स तक लाल रंग छा गया।
सेंसेक्स की स्थिति:
- 30 में से 24 शेयर गिरावट में रहे
- टाटा मोटर्स, रिलायंस, महिंद्रा और एयरटेल 1% से अधिक फिसले
- टाटा स्टील, जोमैटो और HUL में मामूली बढ़त देखने को मिली
निफ्टी का हाल:
- 50 में से 42 शेयरों में गिरावट दर्ज
- रियल्टी और ऑयल एंड गैस सेक्टर सबसे ज्यादा दबाव में
- ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.57% की गिरावट
- कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.10% नीचे
- बैंकिंग, ऑटो और मेटल सेक्टर भी कमजोर
ग्लोबल बाजार का मिला-जुला रुख:
- जापान का निक्केई +0.90%
- कोरिया का कोस्पी +0.33%
- हांगकांग का हैंगसेंग -1.12%
- चीन का शंघाई कंपोजिट -0.68%
अमेरिकी बाजार की हालत:
- Dow Jones -0.38%
- Nasdaq +0.15%
- S&P 500 -0.12%
FII बनाम DII: कौन कर रहा है क्या ?
30 जुलाई को:
- विदेशी निवेशकों (FII) ने ₹850 करोड़ के शेयर बेचे
- घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने ₹1,829 करोड़ की नेट खरीदारी की
जुलाई में अब तक:
- FII की कुल बिकवाली ₹42,078 करोड़
- DII की कुल खरीदारी ₹54,566 करोड़
जून में:
- FII ने नेट ₹7,488 करोड़ खरीदे थे
- DII ने ₹72,673 करोड़ खरीदे थे
यह आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि विदेशी निवेशक इस समय ‘रिस्क ऑफ’ की स्थिति में हैं, जबकि घरेलू निवेशक हर गिरावट को खरीदारी का अवसर मान रहे हैं।
कल का बाजार कैसा रहा ?
बुधवार को सेंसेक्स 144 अंक चढ़कर 81,482 पर बंद हुआ था और निफ्टी में भी 34 अंकों की तेजी देखी गई थी। NTPC, L&T और Sun Pharma जैसे शेयरों में तेजी रही, लेकिन टाटा मोटर्स और पावर ग्रिड 3% से ज्यादा गिरे।
आगे क्या हो सकता है ?
ट्रम्प के टैरिफ के असर का पूरा पैमाना अभी सामने नहीं आया है। यह गिरावट एक शुरुआत हो सकती है, या बाजार इसे जल्द ही पचा भी सकता है। सवाल यह है कि क्या यह कमजोरी निवेश के लिए अवसर है या फिर आने वाला समय और भी चुनौतीपूर्ण होगा। जब एक बयान से बाजार 500 अंक तक फिसल जाता है, तो यह केवल आंकड़ों का खेल नहीं रहता—यह राजनीति, भावनाएं और वैश्विक आर्थिक हालात का भी परिणाम होता है।
आने वाले दिन निवेशकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहेंगे, क्योंकि यह तय होगा कि बाजार इस झटके को कैसे संभालता है।
नोट: निवेशक सावधानी बरतें और जल्दबाजी में निर्णय न लें। विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही निवेश करें।