शिफा से बनी शानवी: मुस्लिम युवती ने खंडवा में किया धर्म परिवर्तन, राहुल के साथ मंदिर में किया विवाह, कहा- हिन्दू धर्म में महिलाओं का होता है सम्मान

खंडवा (शिखर दर्शन) //
छतरपुर की मुस्लिम युवती ने धर्म परिवर्तन कर हिंदू युवक से मंदिर में विवाह, समाज को दिया नया संदेश
मध्य प्रदेश के खंडवा में एक ऐसा प्रेम प्रसंग पूरा हुआ जो सामाजिक व धार्मिक बंधनों को तोड़कर नए सोच का उदाहरण बन गया। छतरपुर की मुस्लिम युवती शिफा ने स्वेच्छा से इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपनाया और हिंदू युवक राहुल के साथ महादेवगढ़ मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया। इस पावन अवसर पर सैकड़ों महिलाओं ने आशीर्वाद देते हुए नव दंपति के लिए मंगलकामनाएं कीं।
प्रेम की राह में धर्म और समाज के बंधन थे रोड़े
छतरपुर की शिफा और राहुल का प्रेम कई वर्षों से था, लेकिन धार्मिक मान्यताएं और सामाजिक दबाव उनके रिश्ते की राह में बड़ी बाधा बने। परिवारों की असहमति के बावजूद दोनों ने अपने प्रेम और साथ का साथ नहीं छोड़ा। शिफा ने सही समय आने पर धर्म परिवर्तन की कानूनी प्रक्रिया पूरी की और राहुल के साथ खंडवा पहुंची।
कानूनी रूप से भी किया गया एफिडेविट, फिर मंदिर में हिंदू रीति से विवाह
खंडवा के महादेवगढ़ मंदिर संचालक अशोक पालीवाल के मार्गदर्शन में नव युगल ने पहले न्यायालय में एफिडेविट कराया। इसके बाद शिफा ने इस्लाम धर्म छोड़ सनातन धर्म को अपनाया और नाम बदलकर शानवी रखा। मंदिर में अग्नि के साक्षी सात फेरे लेकर दोनों ने विवाह के पवित्र बंधन में बंधे। विवाह समारोह में महिलाओं ने मंगल गीत गाकर और आशीर्वाद देकर इस प्रेम कहानी को सामाजिक मान्यता दिलाई।
शानवी का संदेश – हिंदू धर्म में महिलाओं को मिलता सम्मान और बराबरी
धर्म परिवर्तन के बाद शानवी ने कहा कि उन्होंने हिंदू धर्म इसलिए अपनाया क्योंकि यहाँ महिलाओं को सम्मान और बराबरी का दर्जा मिलता है। महादेवगढ़ मंदिर संचालक अशोक पालीवाल ने नव दंपति को रामायण भेंट स्वरूप दी और कहा कि भगवान राम की तरह वे भी जीवन की कठिनाइयों का सामना साहस और मर्यादा से करें।
यह विवाह न केवल प्रेम की जीत है बल्कि समाज में बढ़ते धार्मिक सहिष्णुता और महिला सम्मान का संदेश भी है। शानवी और राहुल की यह कहानी अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।