” शहद के नाम पर सेहत से खिलवाड़ ? डाबर की शीशी में मिला गुड़ जैसा पदार्थ , महिला उपभोक्ता ने जताई मिलावट की आशंका “

बिलासपुर (शिखर दर्शन) // देश की जानी-मानी कंपनी “डाबर” एक बार फिर उपभोक्ता के आरोपों के घेरे में आ गई है। एक स्थानीय महिला ने डाबर द्वारा बाजार में उपलब्ध कराए गए शहद को मिलावटी बताते हुए गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि खरीदी गई शहद की शीशी में न तो शहद जैसा पारदर्शी तरल है और न ही उसकी प्राकृतिक प्रवाह क्षमता।
महिला उपभोक्ता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब उन्होंने शीशी को पलटा, तो उसमें से शहद नहीं निकला, बल्कि अंदर गुड़ जैसा गाढ़ा और असामान्य पदार्थ दिखाई दिया। इस दृश्य को उन्होंने कैमरे में भी कैद किया है,
जिसमें साफ देखा जा सकता है कि उत्पाद की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने इस मामले की शिकायत खाद्य एवं अपमिश्रण विभाग में दर्ज कराने की बात कही है और साथ ही चेतावनी दी है कि यदि मामले में संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो वह डाबर कंपनी के खिलाफ न्यायालय का रुख करेंगी। महिला का कहना है कि, “सेहत से समझौता नहीं किया जा सकता। ऐसी कंपनियों को कानून के कठघरे में खड़ा करना अब जरूरी हो गया है।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में भी इस तरह की मिलावट कैसे हो रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक उपभोक्ता का मामला नहीं, बल्कि पूरे समाज की सेहत और विश्वास का विषय है। मिलावटी उत्पादों से जहां आम नागरिक की जान खतरे में पड़ रही है, वहीं कंपनियां करोड़ों का मुनाफा कमा रही हैं।
इस प्रकरण ने उपभोक्ता सुरक्षा, खाद्य निरीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण से जुड़े तंत्र की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस गंभीर आरोप पर क्या कदम उठाता है।