दिल्ली

ऑपरेशन महादेव से खत्म हुए पहलगाम हमले के आतंकी: लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली (शिखर दर्शन) संसद के मानसून सत्र के सातवें दिन मंगलवार को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत हुई सैन्य कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में पर्यटकों की हत्या करने वाले तीनों खूंखार आतंकियों को हमारी सेना ने मार गिराया है। गृह मंत्री ने इन आतंकियों की पहचान सुलेमान, फैजल अफगान और जिब्रान के रूप में की, जो पहलगाम हमले के मुख्य साजिशकर्ता थे।

अमित शाह ने कहा – “26 निर्दोष लोगों की हत्या का बदला ले लिया गया”

अमित शाह ने कहा, “जिन लोगों ने बैसरन घाटी में हमारे 26 लोगों को मार डाला, वे तीनों आतंकी मारे जा चुके हैं। सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में ये कार्रवाई 28 जुलाई की शाम को अंजाम दी गई।” उन्होंने बताया कि सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था, जबकि फैजल अफगान और जिब्रान ‘A’ श्रेणी के आतंकी थे।

‘टूरिस्टों की धर्म पूछकर हत्या की गई, यह अमानवीय’: शाह

गृह मंत्री ने कहा, “पहलगाम में पर्यटकों की धर्म पूछकर बर्बर हत्या की गई, जो अत्यंत निंदनीय है। हम इस अमानवीय कृत्य की घोर भर्त्सना करते हैं। मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं।”

छह साल की बच्ची की पीड़ा का ज़िक्र करते हुए भावुक हुए शाह

शाह ने सदन में एक मार्मिक पल साझा करते हुए कहा, “6 दिन पहले शादी हुई एक बच्ची विधवा होकर मेरे सामने खड़ी थी। मैं वो दृश्य कभी नहीं भूल सकता। यह घटना हमारे लिए सिर्फ आंकड़ा नहीं है, यह मानवीय त्रासदी है।”

ऑपरेशन की योजना और अंजाम देने की प्रक्रिया का खुलासा

गृह मंत्री ने बताया कि 22 मई को आईबी को दाछीगाम क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली। इसके बाद मई से जुलाई तक लगातार तकनीकी और मानव सूचनाओं के जरिए पुष्टि की गई। अंततः 22 जुलाई को सेंसर और सैटेलाइट सिग्नलों से पुख्ता जानकारी मिली, जिसके बाद आतंकियों को घेरने की योजना बनाई गई।

अमित शाह ने बताया, “इस संयुक्त अभियान में आतंकी ठिकाने से M9 अमेरिकी राइफल और दो AK-47 समेत वो हथियार भी बरामद किए गए, जिनसे पहलगाम हमला किया गया था।”

विपक्ष पर भी साधा निशाना – ‘आतंकी मारे गए फिर भी चेहरों पर खुशी नहीं’

गृह मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “मैंने सोचा था कि आतंकियों के मारे जाने की खबर सुनकर विपक्ष खुशी से भर जाएगा, लेकिन उनके चेहरों पर मायूसी छा गई। क्या आतंकियों के धर्म के आधार पर आप दुखी हो रहे हैं?”

अखिलेश यादव से तीखी नोकझोंक

सदन में उस वक्त तनाव बढ़ गया जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अमित शाह के बयान के बीच में टिप्पणी की। उन्होंने सवाल किया कि क्या पाकिस्तान से बात हुई थी? इस पर शाह ने उन्हें बैठने को कहा और बोले, “आप आतंकियों को धर्म देखकर मत देखिए।”

आज राहुल गांधी और अन्य नेता भी रखेंगे अपनी बात

ऑपरेशन सिंदूर पर आज कई प्रमुख नेता लोकसभा में अपनी बात रखेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शाम 5 बजे, प्रियंका गांधी दोपहर 1:30 बजे और केसी वेणुगोपाल 2:30 बजे बोलेंगे। इसके अलावा संजय जयसवाल (बीजेपी), कनिमोझी, ए राजा (डीएमके), वीरेंद्र सिंह (एसपी), हरसिमरत कौर बादल (SAD) सहित अन्य सांसद भी बहस में हिस्सा लेंगे।


निष्कर्ष: संसद में आज का दिन आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई और राजनीतिक विमर्श दोनों के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण रहा। अमित शाह के भाषण ने जहां एक ओर देश की सुरक्षा एजेंसियों की सटीक कार्रवाई को सामने रखा, वहीं विपक्ष की प्रतिक्रियाओं ने सत्र को और भी गरमा दिया है।

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