मध्य प्रदेश में फिर बारिश का कहर: कई जिलों में नदी-नाले उफान पर, 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

तीन दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा, कई इलाकों में 8 इंच तक बारिश की संभावना
भोपाल (शिखर दर्शन) // मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का कहर जारी है। प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं, वहीं कई डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं। रविवार को राजधानी भोपाल, इंदौर सहित 30 से ज्यादा जिलों में जमकर पानी बरसा। मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के 10 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में अगले 24 घंटे के भीतर 8 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी मध्यप्रदेश में एक्टिव हुआ लो-प्रेशर सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में रविवार को कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) सक्रिय रहा, साथ ही दो ट्रफ लाइन की वजह से बादल भारी मात्रा में सक्रिय हुए। इससे कई जिलों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा। यह सिस्टम अगले 2 से 3 दिनों तक प्रभावी बना रहेगा।
इन 10 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार को ग्वालियर, गुना, दतिया, अशोकनगर, श्योपुर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, मुरैना और भिंड में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में 24 घंटे के भीतर साढ़े आठ इंच (220 मिमी) तक बारिश हो सकती है।
इन जिलों में भी भारी बारिश के आसार
इसके अलावा छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, छतरपुर, विदिशा, खंडवा, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, हरदा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, सिवनी, बैतूल और बालाघाट में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
कुछ जिलों में बारिश ने पूरे किए साल भर के आंकड़े
इस मानसून सीजन में ग्वालियर सहित 8 जिलों में औसत बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में अब तक 42 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। वहीं इंदौर में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है और भोपाल में औसत से लगभग आधी बारिश हुई है।
नागरिकों के लिए अलर्ट
राज्य आपदा प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। भारी बारिश के कारण कुछ स्थानों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली आपूर्ति बाधित होने की भी आशंका है।
अत्यधिक आवश्यक होने पर ही यात्रा करें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।